पोस्ट-इन्फ्लेमेटरी हाइपरपिगमेंटेशन (PIH) के कारण होने वाले काले दागों को सही स्किन केयर रूटीन और उपचार प्रक्रिया से कम किया जा सकता है। सावधानी और सही इलाज से आप इन दागों से राहत पा सकते हैं।
क्या आप भी अपने चेहरे पर दाग-धब्बों से परेशान हैं? सारे दाग अच्छे नहीं होते हैं! यह दाग न केवल आपकी खूबसूरती को प्रभावित करते हैं, बल्कि आपके आत्मविश्वास को भी अच्छा खासा नुकसान भी पहुंचाते हैं। हर व्यक्ति की त्वचा को देखभाल की जरूरत होती है और उनकी त्वचा भी अलग होती है।
जब बात आती है, हाइपरपिगमेंटेशन या पोस्ट-इन्फ्लेमेटरी हाइपरपिगमेंटेशन (PIH) की, तो यह और भी चुनौतीपूर्ण स्थिति साबित हो सकती है। स्टडी के अनुसार, लगभग 30% लोग अपनी त्वचा पर इन दागों से प्रभावित होते हैं। लेकिन, घबराने की कोई बात नहीं है! हमसें जानें कि इसे कैसे प्रभावी तरह से ठीक करें। जब आपको अपनी त्वचा पर अधिक समस्या दिखे, तो बिना परामर्श के कोई भी दवा न लें, क्योंकि यह आपकी समस्या को बढ़ाने का कार्य कर सकता है।
पोस्ट-इन्फ्लेमेटरी हाइपरपिगमेंटेशन (PIH) एक ऐसी स्थिति है, जिसमें त्वचा पर सूजन या चोट के बाद त्वचा के रंगत में असंतुलन पैदा होता है। यह तब होता है, जब किसी चोट, जैसे कि मुंहासों, जलन, रैशेज, या किसी अन्य त्वचा संबंधी समस्या के कारण त्वचा पर गहरे धब्बे या दाग बन जाते हैं। यह दाग अक्सर भूरे या काले रंग के होते हैं, जो त्वचा पर गहरे दिखाई देते हैं।
चेहरे पर डार्क स्पॉट्स या हाइपरपिगमेंटेशन या दाग होने के कई कारण हो सकते हैं जैसे कि -
काले दागों को कम करने के लिए एक सही स्किन केयर रूटीन जरूरी है। यहां कुछ महत्वपूर्ण टिप्स या हाइपरपिगमेंटेशन ट्रीटमेंट के लिए घरेलू उपाय दिए हैं, जिसका पालन कर आप अपना सही स्किन केयर रूटीन बना सकते हैं -
यदि घर की देखभाल से मदद नहीं मिल रही है, तो मेडिकल हाइपरपिगमेंटेशन ट्रीटमेंट्स का सहारा लिया जा सकता है जैसे कि -
यदि आप चाहते हैं कि भविष्य में आपकी त्वचा पर डार्क स्पॉट्स न आएं, तो निम्नलिखित सावधानियां बरतने की सलाह दी जाती है -
काले धब्बों के लिए कोई भी दवा किसी के भी कहने पर न लें। उचित देखभाल के लिए अभी हमारे त्वचा रोग विशेषज्ञ से परामर्श लें और अपनी त्वचा को फिर से चमकदार बनाएं।
हां, सही उपचार और त्वचा की सही देखभाल से PIH के दागों को स्थायी रूप से हल्का किया जा सकता है, लेकिन इसमें थोड़ा समय लग सकता है, जिसके लिए आपको संयम बरतना होगा।
डार्क स्पॉट्स का कारण कई बार विटामिन D और अन्य पोषक तत्वों की कमी हो सकती है, लेकिन मुख्य कारण सूरज की किरणें होती हैं। इससे बचने के लिए विटामिन डी अच्छी मात्रा में लें।
कुछ मामलों में, डार्क स्पॉट्स समय के साथ हल्के हो सकते हैं, लेकिन मेडिकल उपचार से जल्दी और अधिक प्रभावी परिणाम मिलते हैं।
मेडिकल उपचार के द्वारा 4-6 हफ्तों में डार्क स्पॉट्स में सुधार देखा जा सकता है। सही समय की पुष्टि आपके चेहरे के आधार पर की जा सकती है।
लेजर ट्रीटमेंट से दाग कम हो सकते हैं, लेकिन उचित देखभाल और सनस्क्रीन के बिना दाग लौट सकते हैं।
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Dr. Poonam Jalan is a Consultant in Dermatology Dept. at CMRI, Kolkata, with over 12 years of experience. She specializes in venereology, leprosy, pediatric dermatology, dermatosurgery, and dermatological emergencies.
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