किडनी कैंसर के शुरुआती लक्षणों को कैसे पहचानें?
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किडनी कैंसर के शुरुआती लक्षणों को कैसे पहचानें?

Summary

किडनी कैंसर एक ऐसी बीमारी है, जो किडनी में शुरू होती है। किडनी हमारे शरीर में दो बीन के आकार के अंग है, जो रीढ़ के दोनों ओर स्थित होते हैं। गुर्दा का कार्य हमारे शरीर में रक्त को छानकर शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालना है। गुर्दे इसके अतिरिक्त कई कार्य करते हैं, जैसे हार्मोन का निर्माण और रक्तचाप को नियंत्रित करना।

किडनी कैंसर एक ऐसी बीमारी है, जो किडनी में शुरू होती है। किडनी हमारे शरीर में दो बीन के आकार के अंग है, जो रीढ़ के दोनों ओर स्थित होते हैं। गुर्दा का कार्य हमारे शरीर में रक्त को छानकर शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालना है। गुर्दे इसके अतिरिक्त कई कार्य करते हैं, जैसे हार्मोन का निर्माण और रक्तचाप को नियंत्रित करना।

वहीं किडनी कैंसर के सिवाय भी बहुत सारी समस्याएं हैं जो एक व्यक्ति को परेशान कर सकती है जैसे - गुर्दे का कैंसर, क्रोनिक किडनी रोग, एक्यूट किडनी रोग, इत्यादि। आमतौर पर डॉक्टर किडनी का कैंसर निकालने के लिए इस अंग को ही निकाल देते हैं। वहीं कुछ मामलों में दोनों किडनी खराब हो जाती है, तो किडनी ट्रांसप्लांट इकलौता विकल्प बचता है। किडनी कैंसर एक प्रमुख रोग है, जिसके बारे में सभी को आवश्यक जानकारी ज़रूर पता होनी चाहिए, जो आपको इस ब्लॉग में मिलने वाली है। 

किडनी कैंसर क्या है?

वयस्कों में किडनी कैंसर का सबसे आम प्रकार रीनल सेल कार्सिनोमा (RCC) है। हालांकि अन्य कैंसर के प्रकार भी एक व्यक्ति को गंभीर रूप से प्रभावित कर सकते हैं। बच्चों में, विल्म्स ट्यूमर नामक एक अलग किस्म का गुर्दे का कैंसर अधिक आम है।

किडनी कैंसर के कई कारण है जैसे धूम्रपान, आर्सेनिक के संपर्क में आना, गुर्दे के कैंसर की फैमिली हिस्ट्री, सीटी स्कैन, इत्यादि। सीटी स्कैन के कारण गुर्दे के कैंसर के मामले बहुत कम देखे गए हैं। हालांकि यह जांच कभी-कभी गुर्दे के कैंसर का अनजाने में पता लगा सकती है।

अच्छी खबर यह है कि जब गुर्दे का कैंसर का निदान शुरुआती अवस्था में होता है और ट्यूमर छोटा होता है, तभी कैंसर का पता चल जाता है। शुरुआती चरण में कैंसर केवल किडनी तक ही सीमित होता है। इसके कारण उपचार के विकल्प बढ़ जाते हैं और सफलता के दर में भी वृद्धि होती है। 

किडनी कैंसर के लक्षण

किडनी कैंसर के शुरुआती मामलों में कोई खास लक्षण नहीं दिखते हैं। हालांकि, जैसे-जैसे ट्यूमर बढ़ता है, लक्षण दिखने लगते हैं। यही कारण है कि आमतौर पर किडनी कैंसर का पता तब चलता है जब इसका प्रसार शुरू होता है।

किडनी कैंसर के संभावित लक्षण इस प्रकार है - 

  • पेशाब में खून आना (हेमाट्यूरिया): यह सबसे आम लक्षण है, लेकिन मूत्र में रक्त की मात्रा बहुत कम होती है। इसे आप अपनी आंखों से नहीं देख सकते हैं। इस स्थिति का पता यूरिन टेस्ट से ही चलता है। 
  • पेट के निचले भाग में गांठ या सूजन: यह आमतौर पर कमर और पसलियों के बीच की तरफ महसूस होता है।
  • पसली और कूल्हे के बीच दर्द (फ्लेंक दर्द): यह दर्द तेज या धीमा हो सकता है और पीठ के निचले भाग तक फैल सकता है।
  • थकान: बिना किसी कारण के बहुत थकान महसूस होना भी किडनी की समस्या की तरफ इशारा करता है।
  • अस्वस्थ महसूस करना: बुखार, शरीर में दर्द, या सामान्य कमजोरी जैसे लक्षण भी गुर्दे में समस्या का संकेत देते हैं।
  • भूख कम लगना: भूख न लगना या कम लगना संकेत करता है आप किसी समस्या का सामना कर रहे हैं।
  • बेवजह वजन कम होना: स्वस्थ आहार के बावजूद भी वजन कम होना संकेत देता है कि किडनी से संबंधित कोई समस्या है। 
  • हल्का बुखार और हड्डियों में दर्द: बिना किसी स्पष्ट कारण के बुखार और हड्डियों में हल्का दर्द कई समस्याओं का संकेत देता है। 
  • हाई ब्लड प्रेशर: उच्च रक्तचाप किडनी कैंसर का मुख्य कारण साबित हो सकता है।
  • खून की कमी (एनीमिया): लाल रक्त कोशिकाओं की कमी के कारण थकान और कमजोरी आना एक आम बात है, लेकिन यह बाकी लक्षणों के साथ आए तो गंभीर समस्या का संकेत मिलता है।
  • हाई कैल्शियम: शरीर में कैल्शियम का स्तर बढ़ जाना भी किडनी कैंसर का मुख्य कारण है।

किडनी कैंसर का प्राथमिक कारण क्या है?

किडनी कैंसर का सटीक कारण अभी भी अज्ञात है, लेकिन कुछ जोखिम कारक हैं, जो इस रोग की संभावना को बढ़ाते हैं। निम्नलिखित कारणों से किडनी कैंसर की संभावना बढ़ जाती है जैसे - 

  • धूम्रपान
  • मोटापा
  • उच्च रक्तचाप
  • किडनी कैंसर की फैमिली हिस्ट्री
  • रेडिएशन थेरेपी 
  • जीन में परिवर्तन (जीन म्यूटेशन)
  • लंबे समय तक डायलिसिस उपचार
  • ट्यूबरस स्क्लेरोसिस कॉम्प्लेक्स
  • वॉन हिप्पेल-लिंडाऊ रोग (वीएचएल)

किडनी कैंसर का इलाज क्या है?

गुर्दे के कैंसर का इलाज ट्यूमर के चरण और ग्रेड, साथ ही आपकी उम्र और समग्र स्वास्थ्य पर निर्भर करता है। डॉक्टर उपचार के विकल्पों में सर्जरी, एब्लेशन, रेडिएशन थेरेपी, दवा, इम्यूनोथेरेपी और कुछ मामलों में कीमोथेरेपी शामिल करते हैं। चलिए सभी इलाज के विकल्पों पर एक-एक करके विचार करते हैं - 

सर्जरी: अधिकांश गुर्दे के कैंसर के चरणों के लिए सर्जरी को प्राथमिक उपचार के रूप में देखा जाता है। डॉक्टर कई सर्जिकल विकल्पों पर विचार करते हैं जैसे - 

  • पार्शियल नेफ्रेक्टोमी: सर्जन आपके गुर्दे के उस हिस्से को सर्जरी से हटा देते हैं, जिसमें ट्यूमर होता है।
  • रेडिकल नेफ्रेक्टोमी: इस सर्जरी में सर्जन पूरी किडनी और उसके आसपास के कुछ टिश्यू को हटा देते हैं। 

एब्लेशन: कभी-कभी गर्मी और ठंड कैंसर की कोशिकाओं को नष्ट करने में सक्षम होते हैं। जिन लोगों की सर्जरी नहीं हो सकती है, उनका इलाज क्रायोबलेशन या रेडियो फ्रीक्वेंसी एब्लेशन से हो सकता है।

रेडिएशन थेरेपी: इस प्रक्रिया का सुझाव उन लोगों को दिया जाता है, जिनके पास केवल एक ही किडनी होती है और वह सर्जरी नहीं करवा सकते हैं। इस मामले में डॉक्टर रेडिएशन थेरेपी का सुझाव देते हैं। रेडिएशन थेरेपी का उपयोग अक्सर गुर्दे के कैंसर के लक्षणों, जैसे दर्द को कम करने के लिए किया जाता है।

लक्षित दवा चिकित्सा: कुछ दवाएं होती हैं जो कैंसर की कोशिकाओं को बढ़ने और उत्पन्न होने से रोकती हैं। इन दवाओं का मुख्य कार्य कैंसर की कोशिकाओं के विकास को रोकना है। जब डॉक्टर को लगता है कि सर्जरी करना उचित नहीं है तो डॉक्टर इन दवाओं का सुझाव देते हैं। 

इम्यूनोथेरेपी: इम्यूनोथेरेपी में व्यक्ति प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने की दवाएं दी जाती है। हालांकि सर्जरी के साथ इस थेरेपी का प्रयोग किया जाता है। 

कीमोथेरेपी: कीमोथेरेपी गुर्दे के कैंसर के लिए एक मानक उपचार नहीं है। हालांकि कुछ मामलों यह थेरेपी मददगार साबित हो सकती है। अधिकतर मामलों में कीमोथेरेपी दवाएं दी जाती हैं, जिसके साथ डॉक्टर रोगी को अपने आहार में अच्छे से परिवर्तन करने को बोलते हैं। 

अधिकतर पूछे जाने वाले प्रश्न


किडनी का कैंसर क्या होता है?

यह एक ऐसी बीमारी है, जिसमें गुर्दे में असामान्य कोशिकाएं अनियंत्रित रूप से बढ़ने लगती है। इसमें ट्यूमर का निर्माण होता है, जो आसपास के ऊतकों और अंगों को प्रभावित करता है।

किडनी कैंसर कैसे होता है?

यह तब होता है, जब गुर्दे की कोशिकाओं में DNA क्षतिग्रस्त हो जाता है। क्षतिग्रस्त कोशिकाएं अनियंत्रित रूप से बढ़ने लगती हैं और ट्यूमर बना सकती हैं।

किडनी कैंसर क्यों होता है?

कई कारक हैं, जो किडनी कैंसर के खतरे को बढ़ा सकते हैं, जिनमें शामिल हैं:

  • धूम्रपान
  • मोटापा
  • उच्च रक्तचाप
  • फैमिली हिस्ट्री
  • कुछ दवाएं
  • क्रोनिक किडनी रोग

यदि आपको किसी भी प्रकार की किडनी की कोई समस्या परेशान कर रही है, तो हम आपको सलाह देंगे कि आप हमारे डॉक्टरों से परामर्श करें।

Written and Verified by:

Dr. Amlan Chakraborty

Dr. Amlan Chakraborty

Consultant Urologist Exp: 20 Yr

Renal Science

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