पित्त की पथरी (Gallstones) एक पाचन तंत्र से संबंधित विकार है, जिसमें पित्त की थैली में पथरी का निर्माण होता है। आम तौर पर, लीवर में कुछ ऐसे रसायन होते हैं, जो कोलेस्ट्रॉल को घोलने में सक्षम होते हैं।
पित्त की पथरी (Gallstones) एक पाचन तंत्र से संबंधित विकार है, जिसमें पित्त की थैली में पथरी का निर्माण होता है। आम तौर पर, लीवर में कुछ ऐसे रसायन होते हैं, जो कोलेस्ट्रॉल को घोलने में सक्षम होते हैं। यदि किसी भी कारणवश लीवर अपना यह कार्य नहीं कर पाता है, तो शरीर में अधिक कोलेस्ट्रॉल जमा हो जाता है, और यही अतिरिक्त कोलेस्ट्रॉल क्रिस्टल और अंततः पथरी में बदल जाता है।
इसके साथ-साथ पित्त की पथरी के लक्षणों में पेट के ऊपरी दाहिने भाग में दर्द, मतली, उल्टी और गैस की समस्या होती है। कुछ गंभीर मामलों में पित्त की नलिकाएं अवरुद्ध हो जाती है, जिससे पीलिया जैसी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। इस स्थिति से बचने के लिए खान-पान बहुत ध्यान दिया जाना चाहिए। चलिए पित्त की पथरी के लिए बेस्ट फूड और वर्स्ट फूड के बारे में जानते हैं।
आहार में कुछ बदलाव करके कोई भी पित्त की पथरी को रोकने और उनसे जुड़े लक्षणों को कम कर सकता है। चलिए सबसे पहले जानते हैं कि पित्त की पथरी के लिए बेस्ट फूड कौन से हैं -
जैसे कुछ खाद्य पदार्थों के सेवन से पित्त की पथरी की समस्या से आराम मिल सकता है, उसी प्रकार कुछ प्रकार के खाद्य पदार्थों के सेवन से स्थिति और भी ज्यादा खराब हो सकती है जैसे -
ऊपर बताए गए चीजों के अतिरिक्त कुछ और भी महत्वपूर्ण बातें होती हैं, जिनका खास ख्याल रखना होता है जैसे -
इन आहार संबंधित टिप्स के साथ-साथ अपने डॉक्टर के दिशा-निर्देशों का भी अवश्य ख्याल रखें। यदि आपको पित्त की पथरी के लक्षण दिखाई देते हैं, तो जल्द से जल्द लैप्रोस्कोपिक सर्जन से परामर्श लें।
पित्त की पथरी के ऑपरेशन को मेडिकल भाषा में कोलेसिस्टेक्टॉमी कहा जाता है। यह दो तरीकों से होता है -
छोटी पथरी जिनका आकार 1 सेमी से कम होता है उन्हें कभी-कभी दवाओं या ईआरसीपी - ERCP (एंडोस्कोपिक रेट्रोग्रेड चोलैंगियो पैराग्राफ - Endoscopic retrograde cholangiopancreatography) नामक प्रक्रिया द्वारा शरीर से बाहर निकल सकती हैं। यदि इसका आकार बहुत ज्यादा बढ़ जाए, तो पित्त की पथरी के इलाज के लिए पित्त की थैली को ही निकालने की आवश्यकता होती है।
यदि पित्त की पथरी के कारण बार-बार दर्द, पित्त नली में रुकावट या अन्य जटिलताएं होती हैं, तो ऑपरेशन का ही सुझाव दिया जाता है।
पित्त की पथरी का दर्द आमतौर पर पेट के ऊपरी दाएं भाग, दाहिने कंधे या पीठ के बीच में होता है। यह दर्द अचानक और तेज होता है और यह एक व्यक्ति को कई घंटों तक परेशान कर सकता है।
Written and Verified by:
An expert in Therapeutic GI Endoscopic procedures, Dr. Sharma after completing his MBBS from JLN Medical College, Ajmer and MD from SMS, earned his DM in Gastroenterology from SGPGIMS, Lucknow in 2006. Post completing his MBBS from JLN Medical College, Ajmer in 1996 and MD from SMS Medical College, Jaipur in 1999, he pursued further specialisation in Gastroenterology i.e. DM (Doctorate of Medicine in Gastroenterology) from SGPGIMS, Lucknow in 2006.
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