Ophthalmology | by Dr. Bhaskar Ray Chaudhuri | Published on 28/03/2024
मोतियाबिंद आंखों की एक चिकित्सा स्थिति है, जिसमें आंख का प्राकृतिक लेंस धुंधला हो जाता है। इसके कारण दृष्टि कम हो जाती है। आमतौर पर यह समस्या उम्र बढ़ने के साथ उत्पन्न होती है, लेकिन मधुमेह, धूम्रपान और कुछ दवाओं का सेवन मोतियाबिंद के जोखिम कारक हैं। मोतियाबिंद का एकमात्र प्रभावी उपचार सर्जरी ही है।
मोतियाबिंद सर्जरी एक सुरक्षित और प्रभावी प्रक्रिया है, जिसे आमतौर पर एक आउट पेशेंट प्रक्रिया के तौर पर ही किया जाता है। अर्थात इसके लिए अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता नहीं है। सर्जरी में प्राकृतिक लेंस को हटाया जाता है और उसके स्थान पर एक आर्टिफिशियल लेंस को लगाया जाता है। अधिकांश लोग सर्जरी के बाद बेहतर महसूस करने लगते हैं।
इस ब्लॉग में हम मोतियाबिंद के संबंध में कुछ आवश्यक जानकारी देंगे जैसे लाभ, प्रकार, और साइड इफेक्ट जिससे आपको इलाज की योजना बनाने में बहुत मदद मिलेगी।
इस तेज रफ्तार वाली जिंदगी में हर चीज बदल गई है। इसी प्रकार चिकित्सा विश्व में भी आधुनिकीकरण आ गया है। मोतियाबिंद सर्जरी में तकनीक काफी बदल चुकी है और वर्तमान में मोतियाबिंद के इलाज के लिए आधुनिक सर्जरी की जाती है। चलिए उनमें से कुछ मुख्य प्रकार की सर्जरी के बारे में जानते हैं -
किस सर्जरी का प्रयोग होगा, इसका निर्णय कई कारकों पर निर्भर करता है जैसे - मोतिया का प्रकार, रोगी की प्राथमिकता और उनका वर्तमान स्वास्थ्य।
सर्जरी के बाद देखभाल के लिए कुछ दिशा-निर्देशों का पालन करने से रिकवरी जल्दी हो जाती है। निम्न दिशा-निर्देशों का पालन करने से बहुत लाभ होगा -
मोतियाबिंद सर्जरी एक सरल और सुरक्षित प्रक्रिया है, जिससे जीवन की गुणवत्ता में भी सुधार हुआ है। चलिए मोतियाबिंद सर्जरी के फायदों के बारे में जानते हैं -
मोतियाबिंद के ऑपरेशन से दृष्टि सुधार के साथ-साथ जीवन की समग्र गुणवत्ता में भी सुधार देखा गया है। यह एक सुरक्षित और प्रभावी तरीका है, जिसकी सहायता से स्वतंत्रता और आत्मविश्वास में अच्छी खासी वृद्धि होती है। इसलिए मोतियाबिंद की समस्या के लिए एक अच्छे नेत्र चिकित्सक से परामर्श लें और इलाज के सही विकल्प पर विचार करें।
सामान्यतः मोतियाबिंद सर्जरी को एक सुरक्षित और प्रभावी सर्जरी में गिना जाता है। हालांकि बाकी ऑपरेशन की तरह ही मोतियाबिंद सर्जरी के कुछ साइड इफेक्ट भी हैं, जिनके बारे में व्यक्ति को जरूर पता होना चाहिए। मोतियाबिंद सर्जरी के संभावित जोखिम इस प्रकार हैं -
किसी भी प्रकार की जटिलता दिखने पर तुरंत एक अच्छे डॉक्टर से परामर्श करें और इस स्थिति के इलाज के बारे में विचार करें।
मोतियाबिंद के ऑपरेशन का खर्च कई कारकों पर निर्भर करता है जैसे -
मोतियाबिंद ऑपरेशन के खर्च के बारे में अधिक जानकारी आपको हमारे डॉक्टर से संपर्क करके मिल जाएगी। आमतौर पर भारत में मोतियाबिंद ऑपरेशन का खर्च 25,000 रुपये से लेकर 1,40,000 रुपये तक होता है। अधिक जानकारी के लिए आप हमसे भी संपर्क कर सकते हैं।
हां, मोतियाबिंद का ऑपरेशन दोबारा हो सकता है, लेकिन ऐसा होने की संभावना बहुत कम है। आमतौर पर यह तब होता है, जब ऑपरेशन के बाद लेंस में धुंधलापन आ जाता है या लेंस अपनी जगह से हिल जाता है।
आमतौर पर, मोतियाबिंद ऑपरेशन के बाद कम से कम 1-2 दिन आराम करना चाहिए। हालांकि कुछ सप्ताह तक आपको कुछ सामान्य निर्देशों का पालन करना होगा जैसे भारी वस्तुएं उठाने से बचना, झुकने और तेज रोशनी में जाने से बचना चाहिए।
मोतियाबिंद में विभिन्न प्रकार के लेंस लगाए जाते हैं, जिनमें मोनोफोकल, मल्टीफोकल और टोरिक लेंस शामिल हैं। आपके लिए सबसे उपयुक्त लेंस का चुनाव आपकी आंख के वर्तमान स्थिति के साथ-साथ दृष्टि की आवश्यकताओं और जीवनशैली पर निर्भर करता है।
मोतियाबिंद किसी भी पोषक तत्व की कमी से नहीं होता है। इसके कुछ जोखिम कारक होते हैं जैसे बढ़ती उम्र, मधुमेह, धूम्रपान और कुछ दवाओं का उपयोग।
मोतियाबिंद के ऑपरेशन में आमतौर पर 15-30 मिनट लगते हैं। यह एक आउट पेशेंट प्रक्रिया है, जिसका अर्थ है कि आपको उसी दिन घर जाने की अनुमति दी जाएगी।