Dermatology | Posted on 04/17/2023 by Dr. Asma Akhlaq
त्वचा पर किसी भी प्रकार की असामान्यता एक गंभीर समस्या की तरफ इशारा करता है। त्वचा पर पाया जाने वाला कोई भी सफेद धब्बा एक खतरनाक स्थिति का संकेत देता है, जो पूरे शरीर में फैल सकता है और आपको परेशान कर सकता है। अक्सर लोगों को पता ही नहीं चल पाता है कि ऐसा क्यों हो रहा है।
सबसे पहले हम आपको सलाह देंगे कि सफेद दाग दिखने पर आप शांत रहे और हमारे या फिर किसी भी श्रेष्ठ त्वचा विशेषज्ञ से मिलें। इस स्थिति में किसी भी ब्लॉग से पढ़कर स्वयं इलाज न करें। इस ब्लॉग के द्वारा आपको सफेद दाग के बारे में वह सभी सामान्य जानकारी मिल जाएगी, जिसका ज्ञान एक व्यक्ति को होनी चाहिए।
सफेद दाग को अंग्रेजी भाषा में विटिलिगो कहा जाता है। आपने भी शायद अपनी जिंदगी में एक न एक बार विटिलिगो से पीड़ित व्यक्ति को जरूर देखा होगा। ऐसा देखा जाता है कि उनके शरीर के लगभग सभी अंगों पर सफेद धब्बे होते हैं, जो ज्यादातर पैरों, चेहरे, और हाथों पर दिखते हैं।
विटिलिगो यानी सफेद दाग स्किन से संबंधित बीमारियों में से एक बीमारी है, जो खून से संबंधित एलर्जी, गलत खाना-पीना और स्किन इन्फेक्शन के कारण होता है।
विटिलिगो की शुरुआत शरीर में खुजली से होती है। इसके बाद शरीर के अलग-अलग भाग पर सफेद रंग के छोटे या बड़े दाग दिखने लगते हैं। आमतौर पर यह दाग बाद में मरीज को किसी भी तरह की तकलीफ तो नहीं देते, लेकिन कई बार इनकी वजह से दूसरे लोग उनसे डरते और दूर भागते हैं। यही वजह है, जिसके कारण वह तनाव, हीनभावना, सुसाइडल अटेम्प्ट्स का शिकार होते हैं।
वहीं, स्किन कलर का फीका पड़ना इसका एक लक्षण है। इसके अलावा, बहुत सारे मामलों में मुंह के अंदर के टिशू का रंग बदलना, गर्दन पर सफेद दाग, पीठ पर सफेद दाग, और आंखों के रेटिना की अंदर की परत का रंग फीका पड़ना भी देखा जाता है।
अक्सर लोगों के मन में यह प्रश्न उठता है कि सफेद दाग क्यों होता है? त्वचा में सफेद दाग बनने के कई कारण है। हमारे डॉक्टरों का मानना है कि त्वचा में सफेद दाग तब बनते हैं, जब एक व्यक्ति के शरीर के रंग उत्पादन करने वाली कोशिकाएं (मेलानोसाइट्स) अपना काम करना बंद कर देते हैं। यह कोशिकाएं हमारे बाल, त्वचा, होंठ आदि को रंग प्रदान करती हैं, जिससे हमारा व्यक्तित्व और निखर कर आता है।
विटिलिगो एक ऐसी स्थिति है, जिसमें त्वचा का रंग हल्का पड़ने लग जाता है या सफेद हो जाता है। हालांकि अभी भी इन कोशिकाओं की मृत्यु के सही कारणों का पता लगाने के लिए शोध जारी है। हालांकि कुछ संभावित कारण इस प्रकार है -
विटिलिगो के प्रकार, दाग के रंग और उसके आकार पर निर्भर करता है। इन कारकों के आधार पर सफेद दाग को निम्नलिखित प्रकारों में विभाजित किया गया है -
सफेद दाग में परहेज के तौर पर मरीजों को शराब, कॉफी, मांस-मच्छी, अचार, लाल मांस, टमाटर के बने उत्पाद, फलों का रस और सिगरेट से बचने की सलाह दी जाती है।
इसकी जगह फल जैसे सेब, केला, अंजीर, खरबूज, खजूर, मूली, गाजर और हरी पत्ती वाली सब्जियों का सेवन सेहत के लिए अच्छा होता है और बीमारी से बाहर आने में मददगार साबित होता है।
विटिलिगो का इलाज त्वचा के रंग को बहाल करके उसकी स्थिति को बदलने पर आधारित होता है। हालांकि यह आमतौर पर स्थायी नहीं होते और साथ ही इसके प्रसार को पूरी तरह नियंत्रित नहीं कर सकते हैं। ऐसे में निम्नलिखित तरीकों से सफेद दाग में परहेज संभव है -
कुछ अन्य घरेलू उपचार है, जिससे रोगी को लाभ मिल सकता है जैसे -
यह सारे घरेलु उपचार कई मामलों में कारगर साबित हुए हैं, लेकिन यह आवश्यक नहीं है कि हर व्यक्ति को इससे लाभ मिले। अधिक जानकारी के लिए आप अपने स्वास्थ्य सेवा प्रदाता से संपर्क कर सकते हैं और इलाज के विकल्पों पर विचार कर सकते हैं।
मुंह में सफेद दाग का इलाज कई तरीकों से संभव है। डॉक्टर स्थिति के आधार पर मेडिकल, सर्जिकल और अन्य कई विकल्प में से किसी भी विकल्प का सुझाव दे सकते हैं। सभी विकल्पों का मुख्य लक्ष्य त्वचा को प्राकृतिक रूप से फिर से उजागर करना है। निम्नलिखित विकल्पों में से किसी एक या फिर कुछ समूह के संयोजन का सुझाव डॉक्टर दे सकते हैं -
इसके अतिरिक्त कुछ सर्जिकल विकल्पों पर भी डॉक्टर विचार कर सकते हैं। प्रभावित त्वचा पर शरीर के दूसरे भाग से त्वचा निकाल कर लगाया जाता है। अक्सर इस प्रकार के सर्जिकल प्रक्रिया को विटिलिगो के छोटे दागों के इलाज के लिए अपनाया जाता है।
इसके अतिरिक्त कुछ और बातों का अवश्य ध्यान देना चाहिए जैसे -
सफेद दाग का कोई रामबाण इलाज नहीं है, लेकिन कुछ तरीकों से इस स्थिति को नियंत्रित किया जा सकता है। घरेलू उपचार के साथ-साथ दवाएं और निरंतर जांच से स्थिति को नियंत्रित करने में मदद मिलती है।
सामान्यतः सफेद दाग को एक स्वप्रतिरक्षी रोग की श्रेणी में रखा जाता है, जिसका अर्थ है कि शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली स्वस्थ मेलेनिन कोशिकाओं पर हमला करती है, जिससे यह शरीर के अलग-अलग भाग को प्रभावित करता है।
विटिलिगो या सफेद दाग छूने से नहीं फैलता है। लेकिन कुष्ठ रोग या फंगल संक्रमण के कारण होने वाले सफेद दाग संक्रामक होते हैं और वह छूने से फैल सकते हैं।
सफेद दाग वाले लोगों को स्वस्थ आहार खाने की सलाह दी जाती है, जिसमें विटामिन सी, विटामिन ई, और जिंक से भरपूर खाद्य पदार्थ शामिल हों। इन पोषक तत्वों शरीर में सफेद दाग को हटाने में मदद मिलती है।
कुछ मामलों में सफेद दाग अनुवांशिक रोग होता है। लेकिन यह हमेशा सच नहीं होता है। यदि आपके घर-परिवार में किसी को सफेद दाग की समस्या है, तो आपको इस स्थिति के विकसित होने का थोड़ा अधिक खतरा होता है।
सफेद दाग का इलाज संभव है, लेकिन यह हमेशा सफल नहीं होता है। उपचार के प्रकार और सफलता की दर सफेद दाग की गंभीरता और व्यक्तिगत विशेषताओं पर निर्भर करता है।
सफेद दाग के इलाज के लिए कई तरह के क्रीम और लोशन उपलब्ध है। इनमें स्टेरॉयड, विटामिन सी, और विटामिन ई शामिल है। हालांकि, इन उत्पादों के प्रभावकारिता के बारे में हम कोई पुष्टि नहीं करते हैं और न ही उन्हें उपयोग करने का सुझाव देते हैं।
यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि सफेद दाग एक जटिल स्थिति है और इसका कोई आसान इलाज नहीं है। यदि आपको सफेद दाग है, तो अपने डॉक्टर से बात करें ताकि वह आपके लिए सबसे अच्छा उपचार विकल्प निर्धारित कर सके।