Robotic Surgery | Posted on 11/06/2023 by RBH
विज्ञान और मेडिकल के संगम से सर्जरी का अनुभव और भी ज़्यादा सुगम और लाभदायक बन गया है। मलाशय और कोलन कैंसर जैसे गंभीर रोगों के इलाज के लिए बहुत सारे सर्जिकल विकल्प मौजूद है। लेप्रोस्कोपिक और ओपन सर्जरी बीते दिनों में सबसे सामान्य सर्जिकल विकल्प होते थे। लेकिन अब दा विंची सर्जिकल रोबोटिक सिस्टम के उपयोग से आंत और मलाशय के कैंसर का इलाज बिना किसी समस्या के संभव है। रोबोटिक कोलोरेक्टल सर्जरी उन लोगों के लिए वरदान है, जो कोलोरेक्टल रोगों के लिए एक सफल और सुरक्षित इलाज की तलाश में है।
रोबोटिक कोलोरेक्टल सर्जरी एक आधुनिक तकनीक है, जिसकी सहायता से सभी कोलोरेक्टल रोगों का इलाज बिना किसी समस्या एवं जटिलता के संभव है। इस प्रक्रिया में डॉक्टर रोबोट की सहायता से ऑपरेशन करते हैं। यह रोबोट छोटे कैमरे और सर्जिकल उपकरणों से लैस होता है। सर्जन रोबोट की सहायता से शरीर के अंदर का स्पष्ट दृश्य प्राप्त करते हैं, जिससे सर्जिकल उपकरणों को अधिक सटीक और नियंत्रित तरीके से संचालित करने में मदद मिलती है। चलिए इस ब्लॉग से रोबोटिक कोलोरेक्टल सर्जरी के संबंध में पूरी जानकारी प्राप्त करते हैं।
रोबोटिक कोलोरेक्टल सर्जरी को समझने से पहले हमें यह समझना होगा कि कोलोरेक्टल सर्जरी क्या है। कोलोरेक्टल सर्जरी गुदा रोग की सर्जरी है, जिसमें सर्जन कोलन, मलाशय और गुदा के रोगों का इलाज करते हैं। कोलोरेक्टल सर्जरी एक प्रमुख सर्जरी है, जिसकी आवश्यकता तब होती है, जब किसी को निचली आंत में समस्या होती है। प्रोक्टोलॉजिस्ट निचले आंत क्षेत्र के रोगग्रस्त या संक्रमित क्षेत्रों का इलाज करते हैं। इन बीमारियों के कई कारण हो सकते हैं, जिनमें कैंसरयुक्त और गैर-कैंसरयुक्त दोनों कारण शामिल होते हैं।
कोलोरेक्टल सर्जरी एक मुख्य सर्जरी है, जिसके लिए अत्यधिक सटीकता की आवश्यकता होती है, जो रोबोटिक सर्जरी से ही संभव है। रोबोटिक सर्जरी मिनिमली इनवेसिव सर्जरी है, जिसमें रोबोट की सहायता से डॉक्टर अधिक सटीकता और सुरक्षा के साथ इलाज करते हैं। रोबोटिक सर्जरी कोलोरेक्टल सर्जरी के अन्य दो विधियों की तुलना में अधिक फायदेमंद है।
रोबोटिक सर्जरी डॉक्टरों और मरीजों दोनों के लिए फायदेमंद है। सर्जन को रोबोट की सहायता से प्रक्रिया के दौरान सर्जिकल क्षेत्र का बेहतर दृश्य प्राप्त होता है, जिसके कारण वह बिना किसी जटिलता के ऑपरेशन कर सकते हैं। हाई-डेफिनेशन कैमरा और 3-डी इमेज सर्जन को मरीज के शरीर के अंदर की पूरी संरचना को बेहतर तरीके से समझने में मदद मिलती है। इसके अतिरिक्त, रोबोटिक आर्म्स मनुष्य के हाथों की तुलना में अधिक व्यवस्थित और कुशल होते हैं। इस तरह सर्जरी अधिक सटीकता से की जा सकती है।
कई कोलोरेक्टल स्थितियों के इलाज के लिए सर्जरी की आवश्यकता होती है। सर्जरी का सुझाव सर्जन वर्तमान स्वास्थ्य के आधार पर देते हैं। आमतौर पर निम्नलिखित मामलों में रोबोटिक कोलोरेक्टल सर्जरी का सुझाव दिया जाता है -
हर रोगी को रोबोटिक सर्जरी की आवश्यकता नहीं होती है। आपको सर्जरी की आवश्यकता है कि नहीं इसका सुझाव डॉक्टर स्वास्थ्य स्थिति के आधार पर देते हैं।
रोबोटिक सर्जरी के दौरान सर्जन कंसोल पर बैठते हैं और रोबोट को संचालित करते हैं। वह कंसोल से रोबोट के सर्जिकल आर्म्स को संचालित करते हैं। सर्जन सर्जिकल आर्म्स की सहायता से प्रभावित क्षेत्र पर छोटे चीरे लगाते हैं, जिससे सर्जरी सफलता से हो पाती है। सर्जिकल ट्रे में मौजूद उपकरणों को सर्जिकल आर्म्स पर लगाने के लिए नर्स ऑपरेशन थियेटर में ही मौजूद होती है। मिनिमल इनवेसिव सर्जरी से रोगी और सर्जन दोनों को ही लाभ होता है जैसे -
मिथक |
तथ्य |
सर्जरी रोबोट करते हैं। |
रोबोट एक माध्यम है, जिसे संचालित करने के लिए एक कुशल सर्जन की आवश्यकता होती है, जो सर्जरी के दौरान कंसोल पर बैठते हैं और सर्जरी करते हैं। रोबोट स्वयं सर्जरी करने में सक्षम नहीं है। उसे संचालित करने के लिए एक विशेषज्ञ की आवश्यकता होती है। |
ओपन सर्जरी सबसे सटीक होती है, क्योंकि सर्जन ऑपरेशन वाले क्षेत्र को साफ-साफ देख पाता है। |
रोबोट असिस्टेड तकनीक की सहायता से सर्जन ऑपरेशन वाले क्षेत्र को अधिक स्पष्टता से देख पाते हैं। रोबोट में कैमरा होता है, जो 3डी चित्रों को उच्च-रिज़ॉल्यूशन के साथ सर्जन को दिखाता है। |
रोबोटिक सर्जरी आसान है और हर कोई कर सकता है |
किसी भी अन्य सर्जरी की तरह ही रोबोटिक सर्जरी के लिए ज्ञान और क्षमताओं की मजबूत नींव की आवश्यकता होती है। ओपन या लेप्रोस्कोपिक सर्जरी की तुलना में रोबोटिक सर्जरी का इंटरफ़ेस पूरी तरह से अलग है, और बेहतर परिणाम के लिए इस तकनीक के साथ विशिष्ट विशेषज्ञता और प्रशिक्षण की आवश्यकता होती है। इसके लिए सर्जन को अलग से ट्रेनिंग दी जाती है। |
रोबोटिक सर्जरी केवल जटिल सर्जिकल प्रक्रियाओं के लिए उपयोग की जाती है। |
रोबोटिक सर्जरी का उपयोग कई प्रकार की स्थितियों के इलाज के लिए किया जाता है। रोबोटिक सर्जरी का उपयोग कोलन कैंसर, मलाशय कैंसर, कोलोरेक्टल पॉलीप्स, कोलोरेक्टल अल्सर, कोलोरेक्टल फिस्टुला, इत्यादि के इलाज के लिए किया जाता है। |
रोबोटिक सर्जरी में कम दर्द होता है। |
यह सच है कि रोबोटिक सर्जरी में दर्द कम होता है, क्योंकि इसमें छोटे कट लगाए जाते हैं। लेकिन सर्जरी के बाद रोगी को कुछ समय के लिए दर्द और असुविधा का अनुभव करना पड़ सकता है। |
रुक्मणी बिड़ला अस्पताल, जयपुर एक मल्टी-स्पेशलिटी अस्पताल है, जो दशकों से रोगियों को सर्वोत्तम इलाज प्रदान कर रहे हैं। मेडिकल स्टाफ और अनुभवी डॉक्टरों की टीम ने वह सभी सुख सुविधाएं प्रदान करने का प्रयास किया है, जिससे मरीज को किसी भी प्रकार की कोई समस्या नहीं होती है। रोगी के स्वास्थ्य और उनके संतुष्टि के लिए हमारा पूरा समर्थन रहता है। इस अस्पताल की स्थापना के पीछे का प्राथमिक उद्देश्य था कि हर व्यक्ति को विश्वस्तरीय इलाज किफायती दरों पर प्राप्त हो। इसलिए यदि आप रोबोटिक या फिर रोबोट असिस्टेड प्रक्रिया की तलाश में है, तो आप हमारे सबसे कुशल और अत्यधिक प्रभावशाली स्वास्थ्य पेशेवरों से संपर्क कर सकते हैं।
इसके साथ साथ रुक्मणी बिड़ला अस्पताल पूरे राजस्थान का इकलौता निजी अस्पताल है, जो सर्जरी के लिए दा विंची रोबोटिक सर्जिकल सिस्टम का प्रयोग करता है।
नहीं रोबोटिक कोलोरेक्टल सर्जरी के दौरान रोगी को दर्द नहीं होता है, क्योंकि रोगी उस दौरान रोगी एनेस्थीसिया के प्रभाव में रहता है। एनेस्थीसिया का प्रभाव खत्म होने के बाद रोगी को हल्के दर्द और असुविधा का सामना करना पड़ सकता है, जिसके लिए सर्जन रोगी को कुछ दवाओं का सुझाव देते हैं।
सामान्यतः रोबोटिक कोलोरेक्टल सर्जरी का सुझाव डॉक्टर तब देते हैं, जब कोलोरेक्टल रोग के लिए लेप्रोस्कोपिक सर्जरी से भी सटीक इलाज की आवश्यकता होती है। सामान्यतः किस सर्जरी का प्रयोग होगा इसका निर्णय सर्जन लेते हैं।