रोबोटिक हार्ट सर्जरी एक मिनिमल इनवेसिव सर्जिकल तकनीक है, जिसमें रोबोटिक आर्म्स का उपयोग किया जाता है। सर्जन एक कंप्यूटर कंसोल का उपयोग करके रोबोटिक आर्म्स को नियंत्रित करते हैं
दुनिया भर में मृत्यु के कारणों में दिल की बीमारी सबसे प्रमुख कारण है। इन रोगों के इलाज के लिए ओपन-चेस्ट कट सर्जरी का प्रयोग सबसे ज्यादा होता आया है। यह एक ट्रेडिशनल तकनीक है, जिसके बहुत सारे जोखिम और जटिलताएं है। इसके अतिरिक्त रिकवरी में भी अधिक समय लगता है और रक्त हानि की संभावना भी बहुत ज्यादा होती है।
रोबोटिक कार्डियोवैस्कुलर सर्जरी एक नवीनतम तकनीक है, जिससे दिल की बीमारियों का इलाज आसानी से संभव है। इस सर्जरी में जोखिम और जटिलताओं का खतरा बहुत कम होता है और रोगी सर्जरी के बाद जल्द से जल्द स्वस्थ हो सकता है। इस सर्जरी में सर्जन कंसोल से रोबोट को नियंत्रित करते हैं और सर्जरी को अंजाम देते हैं। इस ब्लॉग के जरिए हम सर्जरी के बारे में हर छोटी-बड़ी जानकारी प्राप्त करेंगे।
सीके बिड़ला अस्पताल के रोबोटिक विशेषज्ञों का मानना है कि मेडिकल क्षेत्र में एडवांसमेंट के कारण हृदय रोगियों के जीवन की गुणवत्ता में सुधार हुआ है। धीरे धीरे रोबोट असिस्टेड हार्ट सर्जरी लोकप्रिय हो रही है और इसके पीछे का कारण है इस सर्जरी से होने वाले लाभ। रोबोट सर्जरी से रोगी और सर्जन दोनों को ही लाभ हो रहा है। रोबोटिक कार्डियोवैस्कुलर सर्जरी दिल के रोगियों के लिए एक गेम-चेंजर सर्जरी साबित हो रही है। इस सर्जरी में हड्डी को काटने की ज़रूरत नहीं पड़ती है। बस एक छोटा सा चीरा लगाया जाता है, जिसमें से रोबोट के सर्जिकल आर्म्स दिल तक पहुंच कर सर्जरी करते हैं।
रोबोटिक हार्ट सर्जरी एक मिनिमल इनवेसिव सर्जिकल तकनीक है, जिसमें रोबोटिक आर्म्स का उपयोग किया जाता है। सर्जन एक कंप्यूटर कंसोल का उपयोग करके रोबोटिक आर्म्स को नियंत्रित करते हैं, जो सर्जिकल साइट का एक उच्च रेजोल्यूशन, 3डी दृश्य प्रदान करता है। रोबोटिक आर्म्स में छोटे सर्जिकल उपकरण और एक हाई-डेफिनेशन कैमरा लगा होता है, जो सर्जन को ओपन-हार्ट सर्जरी की तुलना में अधिक सटीकता और नियंत्रण प्रदान करता है।
ओपन-हार्ट सर्जरी की तुलना में रोबोटिक कार्डियोवैस्कुलर सर्जरी के कई फायदे होते हैं जैसे -
डॉक्टर सभी मरीजों को रोबोटिक सर्जरी का सुझाव नहीं देते हैं। नीचे कुछ स्थितियों के बारे में बताया गया है, जिसके आधार पर डॉक्टर निर्णय लेते हैं कि रोगी को सर्जरी की आवश्यकता है या नहीं -
कई बार स्थिति के आधार पर ही सर्जन रोबोट सर्जरी का सुझाव देते हैं। इसके लिए आपको सलाह दी जाती है कि अपने सर्जन से इस संबंध में जानकारी प्राप्त करें।
हालांकि रोबोटिक कार्डियोवैस्कुलर सर्जरी हाल फिलहाल बहुत लोकप्रिय हुई है, लेकिन फिर भी कुछ मिथक है और उनके तथ्यों के बारे में लोगों को ज़रूर पता होना चाहिए।
मिथक |
तथ्य |
दिल की सर्जरी के लिए रोबोट सुरक्षित नहीं है। |
रोबोट कोई भी सर्जरी स्वयं नहीं कर सकता है। रोबोटिक सर्जरी में सर्जन रोबोट की सहायता से सर्जरी करते हैं। रोबोट के उपयोग के कारण इस सर्जरी की सुरक्षा और भी ज्यादा बढ़ गई है। |
ओपन सर्जरी में अधिक स्पष्टता होती है। |
रोबोट असिस्टेड तकनीक की सहायता से सर्जन ऑपरेशन वाले क्षेत्र को अधिक स्पष्टता से देख पाते हैं। रोबोट में कैमरा होता है, जो 3डी चित्रों को उच्च-रिज़ॉल्यूशन के साथ सर्जन को दिखाता है, जिससे सर्जरी में मदद मिलती है। |
रोबोटिक सर्जरी आसान है और हर कोई कर सकता है |
किसी भी अन्य सर्जरी की तरह ही रोबोटिक सर्जरी के लिए ज्ञान और क्षमताओं की मजबूत नींव की आवश्यकता होती है। ओपन या लेप्रोस्कोपिक सर्जरी की तुलना में रोबोटिक सर्जरी का इंटरफ़ेस पूरी तरह से अलग है, और बेहतर परिणाम के लिए इस तकनीक के साथ विशिष्ट विशेषज्ञता और प्रशिक्षण की आवश्यकता होती है। इसके लिए सर्जन को अलग से ट्रेनिंग दी जाती है और आवश्यकतानुसार परीक्षा भी होती है। |
रोबोटिक सर्जरी में कम दर्द होता है। |
यह सच है कि रोबोटिक सर्जरी में दर्द कम होता है, क्योंकि इसमें छोटे कट लगाए जाते हैं। लेकिन सर्जरी के बाद रोगी को कुछ समय के लिए दर्द और असुविधा का अनुभव करना पड़ सकता है, जिसके लिए सर्जन कुछ दवाओं का सुझाव दे सकते हैं। |
सीके बिड़ला अस्पताल पूरे राजस्थान में इकलौता निजी अस्पताल है, जो सर्जरी के लिए दा विंची रोबोटिक सर्जिकल सिस्टम का प्रयोग सफलता और सुदृढ़ता से कर रहा है। अस्पताल में सर्जरी के लिए दा विंची एक्स रोबोट (Da Vinci X Robot) का प्रयोग किया जाता है, जो एक आधुनिक रोबोट है। सीके बिड़ला अस्पताल एक मल्टी-स्पेशलिटी अस्पताल है, जो दशकों से रोगियों को सर्वोत्तम इलाज दे रहा है। हमारे मेडिकल स्टाफ और अनुभवी डॉक्टरों की टीम हमेशा प्रयास करते हैं कि मरीजों को हर प्रकार की सुख सुविधाएं प्राप्त हो, जिससे उन्हें इलाज का पूर्ण लाभ मिल सके।
सीके बिड़ला अस्पताल की स्थापना के पीछे का उद्देश्य हर व्यक्ति तक किफायती दरों पर विश्वस्तरीय इलाज पहुंचाना है। यही कारण है कि आपको राजस्थान में रोबोट असिस्टेड प्रक्रिया या रोबोटिक कार्डियोवैस्कुलर सर्जरी के लिए हमारे विशेषज्ञों के साथ अपॉइंटमेंट बुक करना चाहिए और इलाज करवाना चाहिए।
अधिकांश मरीजों को रोबोटिक कार्डियोवैस्कुलर सर्जरी के बाद रिकवर होने में 1 से 2 सप्ताह का समय लग सकता है। इस समय तक रोगी 80-90% तक रिकवर हो जाता है। वहीं जटिल मामलों में रोगी को पूर्ण रूप से रिकवर होने में समय लगता है।
रोबोटिक कार्डियक सर्जरी एक प्रमुख सर्जरी है, जिसमें बाकी सर्जरी की तुलना में कम जोखिम होता है। ओपन कट सर्जरी में हड्डियों को काटने की आवश्यकता होती है, वहीं रोबोटिक सर्जरी में ऐसा कुछ भी करने की आवश्यकता नहीं होती है।
कार्डियोवैस्कुलर रोगों के लिए रोबोटिक और ओपन सर्जरी, दोनों का ही सुझाव दिया जाता है। दोनों ही सर्जरी अपनी अपनी जगह एक उत्तम सर्जरी है। सर्जन किस सर्जरी के प्रकार का सुझाव डॉक्टर देते हैं यह रोगी के स्वास्थ्य के आधार पर निर्भर करता है। लेकिन लाभ और जटिलताओं के मामलों में ओपन सर्जरी से ज्यादा बेहतर और एडवांस इलाज है रोबोटिक सर्जरी।
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