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माइग्रेन के लक्षण और उपचार

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माइग्रेन के लक्षण और उपचार

Neurosciences | Posted on 12/14/2023 by Dr. Kapil Khandelwal



वर्तमान समय में खराब जीवनशैली और अनहेल्दी डाइट कई समस्याओं की जड़ बनती जा रही है। वर्तमान में लोग ऐसे रोग से ज्यादा पीडित होते जा रहे हैं, जो इन अस्वस्थ आदतों के कारण होते हैं। काम का वर्क लोड़ उनके ऊपर इतना हो गया है कि उन्हे खाने-पीने से लेकर चैन से बैठने तक का समय नहीं है। इसके साथ-साथ लोगों का स्क्रीन टाइम भी बहुत ज्यादा बढ़ गया है, जिसके कारण बहुत सारी समस्याएं लोगों को घेरती जा रही है, जिनमें से माइग्रेन एक प्रमुख बीमारी। चलिए इस ब्लॉग की सहायता से जानते हैं कि माइग्रेन क्या है और इसके लक्षण और उपाय क्या है। यदि आपको भी इस ब्लॉग में बताए गए लक्षण महसूस होते हैं, तो हम आपको सलाह देंगे कि आप तुरंत हमारे विशेषज्ञों से संपर्क करें।

माइग्रेन रोग क्या है

माइग्रेन एक ऐसी स्थिति है, जिसमें सिरदर्द होता है। यह दर्द सिर के एक तरफ बहुत ज्यादा होता है। सिरदर्द कई कारणों से हो सकता है, लेकिन माइग्रेन वाले दर्द के साथ लोगों को देखने में दिक्कत होती है। अक्सर उन लोगों को चमकीली लाइट या धब्बे दिखते हैं। इसके कारण व्यक्ति को चेहरे के एक तरफ असहजता का सामना करना पड़ता है। यदि माइग्रेन की दवा को समय पर नहीं लिया जाता है, तो यह दर्द 4 से 72 घंटों तक लगातार बना रह सकता है। 

कुछ दवाएं है, जो माइग्रेन को रोकने और दर्द को कम करने में मदद कर सकते हैं। दवा के साथ-साथ लाइफस्टाइल में बदलाव भी जरूरी है। इन दोनों के संगम से ही माइग्रेन का इलाज संभव है।

माइग्रेन कितने प्रकार के होते हैं

माइग्रेन का अनुभव करने वाले व्यक्ति हमेशा से ही तेज दर्द से छुटकारा पाना चाहते हैं। इस दर्द से छुटकारा पाने के लिए आपको यह जानना होगा कि माइग्रेन के कितने प्रकार है। मुख्यतः दो प्रकार के माइग्रेन होते हैं। पहला है माइग्रेन विद औरा और दूसरा है माइग्रेन विदाउट औरा। उचित इलाज के लिए सही विकल्प का चयन बहुत ज्यादा आवश्यक है और इलाज का विकल्प प्रकार के आधार पर भिन्न होता है। चलिए माइग्रेन के प्रकार के बारे में जानते हैं - 

  • औरा के साथ माइग्रेन (जटिल माइग्रेन): माइग्रेन के सभी मामलों में लगभग 15 से 20 प्रतिशत मामले इस प्रकार के माइग्रेन के होते हैं। औरा का अर्थ होता है लक्षण का अनुभव। अर्थात इस प्रकार के माइग्रेन में दूसरे लक्षण भी उत्पन्न होते हैं।
  • औरा के बिना माइग्रेन (सामान्य माइग्रेन): इस प्रकार का माइग्रेन सिरदर्द बिना किसी लक्षण के होता है। इस प्रकार के माइग्रेन में लक्षण स्थिति का स्पष्ट अनुमान नहीं लगा पाते हैं। 
  • बिना सिरदर्द के माइग्रेन: इस स्थिति को "साइलेंट माइग्रेन" या "एसेफेलिक माइग्रेन," के नाम से भी जाना जाता है। इसमें लक्षण तो उत्पन्न होते हैं पर सिरदर्द नहीं होता है। 
  • हेमिप्लेजिक माइग्रेन: यह माइग्रेन का एक दुर्लभ प्रकार है, जिसमें शरीर का एक भाग कमजोर हो जाता है। बाकि प्रकार की तरह ही यह हेमिप्लेजिक माइग्रेन बहुत गंभीर समस्या उत्पन्न कर सकता है। 
  • क्रोनिक माइग्रेन: ज्यादातर लोग इस प्रकार के माइग्रेन का सामना करते हैं। इस प्रकार के माइग्रेन में व्यक्ति को 15 दिनों तक सिरदर्द का सामना करना पड़ता है। 
  • रेटिना माइग्रेन (ओकुलर माइग्रेन): आंख में किसी भी प्रकार की बाधा या फिर आंशिक एवं पूर्ण दृष्टि हानि के कारण आंखों के पीछे हल्का दर्द होता है, जिसके कारण व्यक्ति को सिर के बाकी हिस्से में दर्द का सामना करना पड़ता है। दृष्टि हानि का समय पहले से निर्धारित नहीं होता है। 
  • ब्रेनस्टेम औरा के साथ माइग्रेन: इस माइग्रेन के साथ, आपको सिरदर्द से पहले चक्कर, अलग-अलग आवाज, दोहरी दृष्टि या संतुलन की कमी का सामना करना पड़ सकता है। इस माइग्रेन में व्यक्ति को सिर के पीछे दर्द होता है। यह लक्षण आमतौर पर अचानक उत्पन्न होते हैं और बोलने में असमर्थता, और उल्टी के साथ जुड़े होते हैं।
  • स्टेटस माइग्रेनोसस: यह एक दुर्लभ और गंभीर प्रकार का माइग्रेन है जो 72 घंटों से अधिक समय तक रहता है। इस प्रकार के माइग्रेन के पीछे का कारण कुछ दवाएं होती हैं।

माइग्रेन के लक्षण

माइग्रेन की समस्या के कारण एक व्यक्ति निम्नलिखित लक्षणों का सामना कर सकता है - 

  • नजर के सामने काला धब्बा आना
  • कभी-कभी त्वचा में चुभन महसूस होना
  • कमजोरी और आंखो के नीचे काले घेरे
  • ज्यादा गुस्सा आना
  • चिड़चिड़ापन
  • सिर के एक भाग में दर्द होना
  • लाइट के प्रति अधिक संवेदनशीलता

माइग्रेन के कारण

माइग्रेन की समस्या कई कारणों से होती है और मुख्य कारणों को नीचे विस्तार से बताया गया है - 

  • अत्यधिक स्ट्रेस
  • शरीर का हाइड्रेट न रहना
  • अधिक चिंता करना 
  • महिलाओं में हार्मोनल परिवर्तन
  • तेज ध्वनी और प्रकाश
  • नींद में बदलाव होना
  • सिगरेट और शराब का अधिक सेवन
  • अधिक गर्मी लगना
  • कुछ दवाएं, जैसे गर्भनिरोधक गोलियां

माइग्रेन का इलाज

अभी हमने जाना कि माइग्रेन कैसे होता है। लेकिन आपको एक बात और समझनी होगी कि माइग्रेन का इलाज पूरी तरह से संभव नहीं है। यदि आप सही डॉक्टर से सलाह लेते हैं और दवाओं का सेवन समय पर करते हैं, तो माइग्रेन के दर्द को कम किया जा सकता है। डॉक्टर सबसे पहले लक्षणों को चिन्हित कर उनका इलाज करते हैं। लक्षणों के साथ साथ निम्नलिखित चीजों पर अधिक ध्यान दिया जाता है - 

  • मरीज की उम्र
  • माइग्रेन का दर्द कब और कितने दिनों तक होता है
  • माइग्रेन के दर्द के प्रकार
  • दर्द कितने समय तक और कितना गंभीर होता है
  • सिर दर्द के अतिरिक्त लक्षण जैसे चक्कर आना और मतली

एक प्रकार से यह सब इलाज के कारक हैं जो कि एक बहुत ही महत्वपूर्ण पहलू साबित होते हैं।

माइग्रेन से संबंधित अधिक्तर पूछे जाने वाले प्रश्न

 

माइग्रेन से क्या खतरा है?

माइग्रेन का दर्द हमेशा दुसरे लक्षणों के साथ उत्पन्न होता है जैसे मतली, उल्टी और लाइट और साउंड के प्रति संवेदनशीलता में वृद्धि। यदि इस स्थिति का इलाज समय पर नहीं होता है तो व्यक्ति को निम्नलिखित स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है -

क्या माइग्रेन का इलाज संभव है?

बहुत सारे डॉक्टर दावा करते हैं कि माइग्रेन का इलाज संभव है। वह काफी हदतक सही भी है, क्योंकि माइग्रेन को कुछ समय के लिए नियंत्रित किया जा सकता है, लेकिन इसका कोई स्थायी इलाज नहीं है। माइग्रेन के इलाज के लिए कई प्रकार की दवाएं और उपचार उपलब्ध हैं। माइग्रेन की स्थिति में जीवनशैली में बदलाव बहुत लाभकारी है।

माइग्रेन में कौन सा फल खाना चाहिए?

कुछ फल हैं जो माइग्रेन के लक्षणों को कम करने में बहुत मदद कर सकते हैं जैसे - 

  • अनानास
  • केला
  • ब्लूबेरी
  • स्ट्रॉबेरी

माइग्रेन का परमानेंट इलाज क्या है?

माइग्रेन का कोई स्थायी इलाज नहीं है, लेकिन कुछ इलाज के विकल्प हैं जिससे इसे प्रतिबंधित करने में मदद मिल सकती है जैसे -

  • जीवनशैली में बदलाव
  • लक्षणों के इलाज के लिए दवाएं