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हाइड्रोसील के लक्षण, कारण, उपचार

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हाइड्रोसील के लक्षण, कारण, उपचार

General Surgery | Posted on 04/17/2023 by RBH



हाइड्रोसील एक ऐसी समस्या है, जिसका इलाज यदि समय पर नहीं होता है, तो इसके कारण कई सारी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। यदि यह स्थिति लंबे समय तक अनुपचारित रह जाती है, तो हाइड्रोसील फट भी सकता है। हाइड्रोसील के परमानेंट इलाज के लिए आप हमारे डॉक्टरों से परामर्श कर सकते हैं। 

इलाज से पहले जान लेते हैं कि हाइड्रोसील की समस्या के कारण किस प्रकार के लक्षण उत्पन्न होते हैं और इसका इलाज कैसे होता है। इस ब्लॉग में मौजूद जानकारी एक सामान्य जानकारी है। इस स्थिति के इलाज के लिए तुरंत एक अच्छे डॉक्टर से मिलें।

हाइड्रोसील क्या है?

हाइड्रोसील एक ऐसी स्थिति है, जो मुख्य रूप से पुरुषों को होती है। यह स्थिति तब होती है, जब अंडकोष यानी टेस्टिक्लस के बाहरी जगह यानी लाइनिंग में तरल पदार्थ जैसे कि पानी जम जाता है, जिसके कारण हाइड्रोसील में सूजन होने लगती है। यदि आंकड़ों की मानी जाए तो 30 मिलियन से ज्यादा लड़कों और पुरुषों में यह समस्या देखी गई है। 

हाइड्रोसील के लक्षण

हाइड्रोसील के लक्षण बहुत स्पष्ट दिखते हैं। यदि आपको निम्न लक्षण दिखते हैं, तो तुरंत एक अच्छे डॉक्टर से परामर्श लें - 

  • चलने-फिरने में तकलीफ
  • तेज बुखार आना
  • अंडकोष का आकार बदलना
  • बेचैनी बढ़ना
  • अंडकोष में भारीपन 

हाइड्रोसील के कारण

जैसा कि हमने आपको पहले ही बताया है कि हाइड्रोसील एक ऐसी स्थिति है, जिसमें अंडकोष के आसपास एक थैली में तरल पदार्थ जमा हो जाता है। नवजात शिशुओं में भी यह समस्या देखी गई है। हाइड्रोसील के कई संभावित कारण हैं जैसे - 

  • संक्रमण: अंडकोष या मूत्रमार्ग में संक्रमण हाइड्रोसील का कारण बन सकता है।
  • चोट: अंडकोष में चोट हाइड्रोसील का एक मुख्य कारण है।
  • सर्जरी: कई बार किसी दूसरे रोग के लिए की गई सर्जरी अंडकोष में सूजन या हाइड्रोसील की कारण बन सकती है। 
  • कैंसर: कुछ मामलों में, हाइड्रोसील अंडकोष के कैंसर का संकेत देती है।

हाइड्रोसील से नुकसान

ऐसा देखा गया है कि हाइड्रोसील का इलाज अगर सही समय पर किया जाए, तो यह ठीक भी हो सकता है। परंतु अगर इसका इलाज सही समय पर ना किया जाए, तो व्यक्ति को सामान्य जीवन में काम करने, चलने-बैठने, दौड़ने में परेशानी हो सकती है। इसके इलाज की बहुत सी तकनीकें है और अगर उनका सही इस्तेमाल किया जाए तो यह बीमारी 4 से 6 महीने के अंदर ठीक हो जाती है। इतना ही नहीं, अगर इस पर ध्यान न दिया जाए तो यह नपुंसकता भी ला सकती है।

हाइड्रोसील का निदान और इलाज

निदान

इलाज से पहले डॉक्टर हाइड्रोसील के निदान का सुझाव देते हैं। बहुत सारे मामलों में हाइड्रोसील की समस्या को गंभीर समस्या के रूप में नहीं देखा जाता है। वह केवल घरेलू उपायों को करके इसका इलाज करने का सोचते हैं। इस स्थिति में रोगी को लक्षण दिखने पर तुरंत डॉक्टर के पास जाना चाहिए और इलाज के विकल्पों पर बात करनी चाहिए।

इसके कारण डॉक्टर स्थिति का निदान कर उचित इलाज का सुझाव देते हैं। इलाज से पहले स्थिति के निदान के लिए डॉक्टर निम्न परीक्षणों का सुझाव दे सकते हैं - 

  • पहला होता है, ट्रांसिल्यूमिनेशन टेस्ट जिसमें पेन टोर्च का प्रयोग करके अंडकोष की जांच की जाती है। इससे वह घाव का पता लगाते हैं। 
  • दूसरा होता है रक्त परीक्षण यानी ब्लड टेस्ट, जिसमें डॉक्टर खून के सैंपल लेकर जांच करते हैं।
  • उसके बाद होता है मूत्र परीक्षण यानी यूरिन टेस्ट, जिससे मूत्र में इंफेक्शन का पता चलता है।
  • आखिर में होता है अल्ट्रासाउंड, इसमें डॉक्टर देखते हैं कि कुछ और तकलीफ है या नहीं जैसे कि ट्यूमर,हर्निया, अंडकोष की सूजन आदि।

हाइड्रोसील का इलाज

हाइड्रोसील ठीक करने के बहुत से घरेलू नुस्खे भी हैं, लेकिन वह कितना काम करेगा और कितना समय लगेगा यह कुछ तय नहीं है। हाइड्रोसील का इलाज सर्जरी और नीडल एस्पिरेशन से संभव है। चलिए दोनों को एक-एक करके समझते हैं - 

  • सर्जरी: सर्जरी से पहले मरीज को एनएसथीसिया दिया जाता है। सर्जरी के दौरान अंडकोष या पेट में एक कट लगाया जाता है और उसमें से मेडिकल तकनीक से लिक्विड पदार्थ यानी पानी निकाला जाता है। अधिक्तर मामलों में मरीज ऑपरेशन के बाद घर जा सकते हैं। 
  • नीडल एस्पिरेशन: सर्जरी के अलावा नीडल एस्पिरेशन भी एक तकनीक है, जिससे हाइड्रोसील का इलाज किया जाता है। इस तकनीक में अंडकोष को इंजेक्शन दिया जाता है, जिसमें दवा शामिल होती है। इस तकनीक से अंडकोष में आपको अस्थाई दर्द और संक्रमण का खतरा रहता है।

हाइड्रोसील में क्या नहीं खाना चाहिए?

इस बीमारी के दौरान फल-सब्जियां, अदरक की चाय, आदि का सेवन करना शरीर के लिए अच्छा होता है। इसके अलावा, जब भी कोई व्यक्ति हाइड्रोसील रोग से पीड़ित हो, तो उन्हें प्रोसेस्ड फूड, स्ट्रीट फूड, प्रीसर्वड फूड से बचना चाहिए, जो बहुत सारे केमिकल्स के साथ लंबे समय तक रखा जाता है और साथ ही जंक फूड, मसालेदार और हैवी डाइट, कॉफी और अचार जैसी इन सब चीजों को थोड़ा टालना या अवॉयड करना चाहिए।

FAQs 

 

हाइड्रोसील में ऑपरेशन के बाद सूजन क्यों आ जाती है?

ऑपरेशन में अंडकोष में कुछ कट लगाए जाते हैं और एनेस्थीसिया का प्रयोग होता है जिसके कारण ऑपरेशन के कुछ दिनों तक सूजन की समस्या बनी रहती है। धीरे-धीरे अंडकोष का आकार फिर से सामान्य हो जाता है। 

हाइड्रोसील का ऑपरेशन कितने दिन में ठीक हो जाता है?

इस प्रश्न का कोई निश्चित उत्तर नहीं है क्योंकि रिकवरी का समय हर व्यक्ति के लिए अलग-अलग होता है। कुछ लोग 3 से 4 दिनों में ही रिकवर हो सकते हैं, वहीं कुछ लोगों को पूरी तरह से रिकवर होने में 6 से 8 दिन लग सकते हैं। 

हाइड्रोसील बीमारी कैसे होता है?

हाइड्रोसील तब होता है जब अंडकोष की थैली में तरल पदार्थ जमा हो जाता है। यह तरल पदार्थ आमतौर पर अंडकोष को ढंकने वाली पतली झिल्ली में बनता है।

हाइड्रोसील में क्या परहेज करना चाहिए?

हाइड्रोसील की स्थिति में निम्नलिखित परहेज करने की सलाह दी जाती है - 

  • भारी वजन उठाने से बचें।
  • उन गतिविधियों को करने से बचें जिसमें अधिक जोर लगे।
  • तंग कपड़े पहनने से बचें।
  • धूम्रपान और शराब से बचें।
  • मसालेदार और तले हुए भोजन से बचें।
  • खूब सारा तरल पदार्थ का सेवन करें।
  • हरी सब्जियां और फल खाएं।

क्या हाइड्रोसील सर्जरी दर्दनाक है?

हाइड्रोसील सर्जरी आमतौर पर दर्दनाक नहीं होती है। सर्जरी के दौरान आपको एनेस्थीसिया दिया जाता है, जिससे आपको कोई दर्द महसूस नहीं होता है। सर्जरी के बाद कुछ समय के लिए दर्द हो सकता है, लेकिन यह आमतौर पर दवाओं से नियंत्रित किया जा सकता है।

हाइड्रोसील बढ़ने का मुख्य कारण क्या है?

हाइड्रोसील बढ़ने का मुख्य कारण अज्ञात है। कुछ मामलों में, यह जन्मजात हो सकता है। अन्य मामलों में, यह संक्रमण, चोट, या हर्निया के कारण भी हो सकता है।

पुरुषों में हाइड्रोसील क्यों होता है?

पुरुषों में हाइड्रोसील होने के कई कारण होते हैं जैसे - 

  • जन्मजात
  • संक्रमण
  • चोट
  • हर्निया