ब्रेस्ट कैंसर: कारण, लक्षण और उपाय
General Surgery |
Posted on 04/20/2023 by Dr. Anukriti Sood
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, ब्रेस्ट कैंसर (स्तन कैंसर) महिलाओं को होने वाला सबसे कॉमन कैंसर है। डब्ल्यूएचओ के अनुसार हर साल दुनियाभर में करीब 2.1 मिलियन महिलाएं इस रोग से प्रभावित होती हैं। ऐसे में, इसके कारण, लक्षण और बचाव के उपायों को जानना जरूरी है, जिससे आप समय रहते इलाज के लिए सही कदम उठा सकें। आइए अब इस लेख में हम स्तन कैंसर के बारे में विस्तार से चर्चा करने के साथ ही इससे जुड़ी सही और सटीक जानकारी से इसके रोकथाम में अपना योगदान देने का प्रयास करें।
स्तन का कैंसर (ब्रेस्ट कैंसर) क्या है?
ब्रेस्ट कैंसर, महिलाओं के स्तनों के अंदर विकसित होने वाला एक तरह का कैंसर है। आमतौर पर यह रोग महिलाओं को प्रभावित करता है, लेकिन वर्तमान में यह पुरुषों को भी प्रभावित कर सकता है। ज्यादातर इन मामलों में एक या फिर एक से अधिक गांठ का निर्माण होता है। इन गांठों को स्तनों के अंदर आसानी से महसूस किया जा सकता है। यह गांठ स्तन के ऊपरी या निचले भाग में होते हैं।
ब्रेस्ट कैंसर के प्रकार
स्तन कैंसर कई प्रकार के होते हैं, जिनमें से कुछ मुख्य प्रकार यह हैं:
- एनजियोकार्सिनोमा (Angiosarcoma): यह एक दुर्लभ प्रकार का स्तन कैंसर है, जिसमें कैंसर की शुरुआत रक्त वाहिकाओं की कोशिकाओं में होता है।
- डक्टल कार्सिनोमा इन सीटू (DCIS): यह एक प्रारंभिक अवस्था का कैंसर है, जो दूध वाहिकाओं में असामान्य कोशिका वृद्धि का संकेत देता है। यह आमतौर पर गैर-आक्रामक होता है, लेकिन समय पर निदान और उपचार महत्वपूर्ण है।
- इन्फ्लेमेटरी ब्रेस्ट कैंसर (Inflammatory breast cancer): यह एक आक्रामक प्रकार का कैंसर है, जो त्वचा की लालिमा, सूजन और गर्मी के साथ तेजी से फैलता है।
- इनवेसिव लॉबुलर कार्सिनोमा: इस प्रकार का कैंसर स्तन के दूध उत्पादक लोब्यूल कोशिकाओं में शुरू होता है। डॉक्टर इसे एक आम प्रकार का आक्रामक कैंसर मानते हैं।
- लॉबुलर कार्सिनोमा इन सीटू (LCIS): यह लोब्यूल कोशिकाएं असामान्य वृद्धि का संकेत देते हैं। अभी तक इस स्थिति को कैंसर की श्रेणी में नहीं रखा जाता है। हालांकि, LCIS वाले महिलाओं में भविष्य में कैंसर होने का खतरा अधिक होता है।
- पुरुष स्तन कैंसर: महिलाओं की तुलना में पुरुषों को भी स्तन कैंसर की शिकायत रहती है। इस प्रकार के कैंसर के लक्षण महिलाओं में पाए जाने वाले लक्षणों के समान ही होते हैं।
- पैजेट स्तन रोग (Paget's disease of the breast): यह निप्पल और आसपास के क्षेत्र को प्रभावित करने वाला एक दुर्लभ प्रकार का कैंसर है। इसके लक्षणों में निप्पल से तरल पदार्थ का रिसाव, खुजली और रंग में बदलाव शामिल है।
- बार-बार होने वाला स्तन कैंसर: यदि रोगी को पहले भी कभी स्तन कैंसर की शिकायत रही है और इसका इलाज भी हो चुका है, तो इस बात की अधिक संभावना है कि यह रोग आपको फिर से परेशान करे।
कृपया ध्यान दें! यह स्तन कैंसर के प्रकार के बारे में कुछ सामान्य जानकारी है। व्यक्तिगत स्थिति और इलाज के लिए हम आपको सलाह देंगे कि आप एक अनुभवी और जनरल सर्जन विशेषज्ञ से परामर्श लें।
ब्रेस्ट कैंसर के क्या कारण है?
ब्रेस्ट कैंसर के होने के कई कारण होते हैं, जिनके बारे में हर महिला को पता होना चाहिए। चलिए उनमें से कुछ प्रमुख कारणों के बारे में जानते हैं। ब्रेस्ट कैंसर के पांच मुख्य कारण -
- अधिक उम्र: ऐसा देखा गया है कि अधिक उम्र में शरीर की कोशिकाओं में अनुपयुक्त बदलाव होते है, जो कैंसर के विकास का मुख्य कारण बनते हैं।
- अधिक वजन: ज्यादा वजन वाली महिलाओं में स्तन कैंसर का खतरा आम महिलाओं के मुक़ाबले ज्यादा होता है। इसकी वजह यह है कि वजन से शरीर में हार्मोन के स्तर में असंतुलन होता है, जो स्तन कैंसर की संभावना को बढ़ाता है।
- परिवार का इतिहास: स्तन कैंसर के मामलों में परिवार में अधिकतर महिलाओं में स्तन कैंसर का इतिहास होता है। ऐसा कहना गलत नहीं होगा, इसके पीछे जेनेटिक कारण होता है।
- आहार और व्यवहार: अनहेल्दी आहार और व्यवहार भी स्तन कैंसर के मुख्य कारणों में से एक है। विशेष रूप से शराब और तंबाकू के सेवन से इसके खतरे में वृद्धि होती है।
ब्रेस्ट कैंसर के लक्षण
ब्रेस्ट कैंसर के लक्षण और स्टेज हर व्यक्ति के लिए अलग-अलग होते हैं। हालांकि, कुछ सामान्य ब्रेस्ट कैंसर के लक्षण भी हैं, जो कैंसर की शुरुआती अवस्था का पता लगाने में मदद करते हैं। स्तन कैंसर के कुछ सामान्य लक्षण इस प्रकार है -
- स्तन या बांह के नीचे गांठ या मोटापा
- स्तन के आकार या आकृति में बदलाव
- स्तन की त्वचा का ढीला होना या सिकुड़ना
- स्तन नलिका से अधिक तरल पदार्थ का (स्तन दूध के अलावा) निकलना
- कंधे के नीचे गांठ जैसी सूजन
अब अगर आपको भी ब्रेस्ट कैंसर के इन लक्षणों में से कुछ भी महसूस होता है, तो जल्द से जल्द अपने जनरल सर्जन से परामर्श लें।
ब्रेस्ट कैंसर के स्टेज
जैसे कि हमने आपको पहले बताया था कि ब्रेस्ट कैंसर के लक्षण और स्टेज अलग-अलग होते हैं। लक्षणों को हमने बता दिया है। चलिए स्टेज के बारे में विस्तार से जानते हैं -
- स्टेज 0: यह ब्रेस्ट कैंसर का शुरुआती चरण है। इस स्टेज में कैंसर ब्रेस्ट के डक्ट के बाहर नहीं आता है।
- स्टेज 1: यह थोडा गंभीर चरण माना जाता है, क्योंकि इसमें कैंसर ट्यूमर का आकार 2 सेंटीमीटर से अधिक हो जाता है। इसके अतिरिक्त यह ट्यूमर लिम्फ नोड्स को भी प्रभावित करते हैं। धीरे-धीरे इस ट्यूमर का आकार बढ़ता है और स्वास्थ्य को प्रभावित करने लगता है। इसमें कैंसर सेल का आकार लगभग 0.2 मिमी से 2 मिमी के बीच होता है, जो भविष्य में बढ़ जाता है।
- स्टेज 2: इस चरण में कैंसर का आकार इस प्रकार बढ़ जाता है, जिससे वह स्तन के अन्य भाग में फैलने लगता है। कई मामलों में इस चरण में कैंसर स्तन के दूसरे भाग में फैल चुका होता है।
- स्टेज 3: ब्रेस्ट कैंसर के इस चरण को सबसे गंभीर चरणों में से एक माना जाता है। इस चरण में कैंसर हड्डियों या अन्य अंगों को प्रभावित करने लगता है। इसके अतिरिक्त कांख के पास 9 से 10 लिंफ नोड भी बनने लगते हैं, जो कि ब्रेस्ट कैंसर का एक लक्षण है।
- स्टेज 4: इस चरण में ट्यूमर का आकार बहुत ज्यादा बढ़ने लगता है। इसमें कैंसर कोशिकाएं शरीर के दूसरे अंग जैसे कि लिवर, गुर्दे, हड्डी और दिमाग तक फैल जाता है।
किस चरण के कैंसर से आप परेशान है, इसका निदान कर डॉक्टर इलाज की उचित योजना बनाते हैं।
स्तन कैंसर से बचने के उपाय
स्तन कैंसर का इलाज और रोकथाम दोनों संभव है। इससे बचने के उपायों में सर्जरी एक मुख्य विकल्प है। इस स्थिति का इलाज कई कारकों पर निर्भर करता है, जैसे कैंसर का स्टेज, स्थान, मरीज की उम्र, मानसिक स्वास्थ्य स्थिति और मरीज की व्यक्तिगत पसंद।
- सर्जरी: कैंसर के गंभीर मामलों में सर्जरी सबसे उत्तम इलाज का विकल्प है। लंपेक्टमी, मैस्टेक्टमी और लिम्फ नोड निकालना कुछ सर्जिकल विकल्प हैं।
- रेडिएशन थेरेपी: ऊर्जा वाले एक्स-रे से कैंसर कोशिकाओं को मारा जाता है।
- कीमोथेरेपी: इसमें दवाओं की मदद से कैंसर कोशिकाओं को मारा जाता है। इसका चुनाव सर्जरी के बाद किया जाता है।
- हार्मोन थेरेपी: इसमें दवाओं से स्तन कैंसर की कोशिकाओं के विकास को रोकने में मदद मिलती है।
एक स्वस्थ जीवनशैली, नियमित स्क्रीनिंग और स्तन कैंसर के संबंध में पूर्ण जानकारी आपके लिए लाभदायक है। रुक्मणी बिरला हॉस्पिटल एक ऐसा अस्पताल है, जो स्तन कैंसर के इलाज में विशेषज्ञ है। यहां इसके इलाज में लेटेस्ट तकनीकों का इस्तेमाल होता है।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न -
ब्रेस्ट कैंसर कैसे फैलता है?
हाँ, ब्रेस्ट कैंसर फैलता है। यह स्तन के ऊतकों में विकार होने से होता है, जो असंगत ढंग से विकसित होते हैं और सामान्य ऊतकों को नुकसान पहुंचाते हैं। ऐसे में, स्तनों की जांच और ब्रेस्ट कैंसर से संबंधित लक्षणों की जानकारी बहुत जरूरी है।
क्या ब्रेस्ट कैंसर की गांठ में दर्द होता है?
ब्रेस्ट कैंसर की शुरुआती अवस्थाओं में गांठ में दर्द नहीं होता है, लेकिन कुछ मामलों में ऐसा हो सकता है। इसके साथ ही, थोड़ा सा दर्द अक्सर स्तन के अन्य हिस्सों के साथ जुड़ा हो सकता है। यही वजह है, कि इसके गांठ के साथ जुड़े हुए अन्य लक्षणों की जांच होनी चाहिए।
ब्रेस्ट कैंसर में क्या खाना चाहिए?
इसके मरीज को एक स्वस्थ आहार लेना चाहिए, जो उनके शरीर को पूरी तरह से पोषण दे सके। सब्जियों, फलों, अनाज और प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन करना चाहिए। साथ ही, पूरे दिन में पानी का अधिक मात्रा में सेवन जरूरी है।
ब्रेस्ट कैंसर के चेतावनी संकेत क्या है ?
ब्रेस्ट कैंसर के चेतावनी संकेत में स्तन के गांठ या उसके आसपास त्वचा में सूजन या उबाऊ, स्तनों का फूलना, स्तन के आकार में बदलाव, दर्द या तनाव महसूस होना शामिल होते हैं। इसके लक्षणों की जांच और समय रहते इलाज शुरू करना जरूरी होता है।
ब्रेस्ट कैंसर की शुरुआत कैसे होती है?
ब्रेस्ट कैंसर की शुरुआत शरीर में अनियमितताओं के कारण होती है, जो स्तन के ऊतकों में विकार को बढ़ाते हैं। इसके अलावा, अधिक उम्र, विरासत, वजन बढ़ना, तंबाकू और अल्कोहल का उपयोग भी इसके जन्म में सहायक हो सकते हैं।
ब्रेस्ट कैंसर का पता कैसे लगाएं?
ब्रेस्ट कैंसर का पता आपको अपने द्वारा महसूस किए जा रहे लक्षणों से ही मिल सकता है। यदि आपको संकेत दिखते हैं, तो अपनी नियमित जांच कराएं और डॉक्टर से परामर्श लें।
ब्रेस्ट कैंसर का कैसे पता चलता है?
स्तन कैंसर का पता लगाने के लिए कई तरह के टेस्ट किए जा सकते हैं जैसे -
- मैमोग्राम
- अल्ट्रासाउंड
- मैमोग्राफी ब्रैस्ट बायोप्सी
- अल्ट्रासाउंड-निर्देशित ब्रेस्ट बायोप्सी
- सीटी स्कैन
- एमआरआई
ब्रेस्ट कैंसर के लिए टेस्ट?
स्तन कैंसर के निदान के लिए इमेजिंग परीक्षण को ऊपर बताया गया है। इसके अतिरिक्त कुछ अन्य टेस्ट है जो डॉक्टर करा सकते हैं जैसे -
- रक्त परीक्षण
- डीएनए परीक्षण