Internal Medicine | Posted on 04/19/2024 by Dr. Sushil Kalra
मानव शरीर एक अद्भुत मशीन है, जिसमें स्वयं रिपेयर होने की क्षमता होती है। रक्त का थक्का जमना इस जटिल प्रणाली का एक महत्वपूर्ण भाग है। इसी प्रक्रिया की देन है कि हम चोट से होने वाले रक्त हानि से बच सकते हैं। लेकिन यह एक दो धारी तलवार है। रक्त का थक्का हमारा मित्र भी है और शत्रु भी। आइए, रक्त के थक्कों की गहराई में जाएं और समझें कि यह कैसे बनता है, इसका कारण क्या है और इससे क्या नुकसान हो सकता है?
रक्त के थक्के को अंग्रेजी भाषा में ब्लड क्लॉट कहा जाता है। यह एक सेमी लिक्विड पदार्थ होता है, जो चोट के दौरान होने वाले रक्त हानि को रोकने में मदद करता है। यह एक जटिल प्रक्रिया है, जिसमें अलग-अलग रक्त की कोशिकाएं और प्रोटीन शामिल होती हैं।
चलिए इसे थोड़े आसान तरीके से समझते हैं। जब कोई रक्त वाहिका क्षतिग्रस्त हो जाती है, तो प्लेटलेट्स नामक चिपचिपी कोशिकाएं सक्रिय हो जाती हैं और क्षतिग्रस्त क्षेत्र पर जमा होने लगती है। यह प्लेटलेट्स एक साथ चिपककर एक "प्लग" का निर्माण करती हैं, जो रक्त हानि को रोकने के लिए रक्त प्रवाह को धीमा कर देती हैं। इसके बाद, रक्त में मौजूद प्रोटीन थक्के बनाने का निर्माण कार्य शुरू करते हैं। यह प्रोटीन आपस में मिलकर जाल बनाते हैं, जो प्लेटलेट्स को फंसा लेते हैं और इससे एक मजबूत थक्के का निर्माण होता है।
चलिए समझते हैं कि रक्त का थक्का किसके कारण बनता है। रक्त के थक्के बनने के कई कारण हो सकते हैं, जैसे -
इस स्थिति का इलाज थक्के के प्रकार, स्थान और गंभीरता पर निर्भर करता है। हालांकि ब्लड क्लॉट लाभकारी होता है लेकिन आंतरिक ब्लड क्लॉट का इलाज बहुत ज्यादा आवश्यक होता है। इसका इलाज कई चीजों पर निर्भर करता है जैसे -
जैसे ही आपको आंतरिक रक्त के थक्के के कोई भी लक्षण दिखे, तुरंत एक अच्छे डॉक्टर के पास जाएं और ब्लड क्लॉटिंग का इलाज करवाएं। रक्त के थक्के के लिए डॉक्टर के पास नीचे बताई गई स्थिति के उत्पन्न होने के बाद जाएं -
रक्त के थक्के गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकते हैं, इसलिए यदि आपको कोई लक्षण दिखाई देते हैं तो तुरंत इंटरनल मेडिसिन डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए और इलाज की योजना पर बात करनी चाहिए।
सामान्य रूप से हमारे शरीर में जब खून के थक्कों की जरूरत खत्म हो जाती है, तो वह सुरक्षित रूप से घुल जाते हैं या टूट जाते हैं। हालांकि, कभी-कभी यह थक्के रक्त वाहिकाओं या नसों को अवरुद्ध कर देते हैं या उनके माध्यम से शरीर के किसी अन्य भाग तक पहुंच जाते हैं, जिसे चिकित्सा भाषा में एम्बोली (emboli) कहा जाता है।
इस स्थिति में, रक्त के थक्के गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न कर सकते हैं, जिनके लिए तत्काल देखभाल की आवश्यकता हो सकती है। रक्त के थक्के जब अलग-अलग स्थान पर होते हैं तो वह रक्त के थक्के के प्रकार के रूप में कार्य करते हैं।
कुछ विशेष परिस्थितियां, दवाएं और आदतें इन जटिलताओं की संभावना को बढ़ा सकती हैं। जरूरत न होने पर भी खून के थक्के बन सकते हैं। कुछ मामलों में यह सामान्य रूप से शरीर में घुल नहीं पाते हैं, जिससे व्यक्ति के लिए परेशानी बढ़ जाती है। यह अवांछित थक्के नसों, धमनियों या दोनों में बन सकते हैं।
विटामिन के शरीर में रक्त के थक्के को बनाने में मदद करता है। यदि शरीर में विटामिन के की सही मात्रा नहीं होती है, तो रक्त के थक्कों का निर्माण नहीं हो पाएगा, जिससे भविष्य में समस्याएं उत्पन्न हो सकती है।
रक्त का थक्का कई प्रोटीनों से बनता है जैसे -