ब्रेन ट्यूमर एक घातक रोग है, जिसमें कैंसर की संभावना लगातार बनी रहती है। हर प्रकार का ब्रेन ट्यूमर आपके मस्तिष्क के कार्यों को प्रभावित करता है। दुनियाभर में ट्यूमर के मामले बहुत तेजी से बढ़ रहे हैं
ब्रेन ट्यूमर एक घातक रोग है, जिसमें कैंसर की संभावना लगातार बनी रहती है। हर प्रकार का ब्रेन ट्यूमर आपके मस्तिष्क के कार्यों को प्रभावित करता है। दुनियाभर में ट्यूमर के मामले बहुत तेजी से बढ़ रहे हैं, जिस पर ध्यान देना बहुत ज्यादा जरूरी है। यदि समय रहते इस स्थिति के लक्षणों को समझा नहीं गया, तो स्थिति बहुत ज्यादा कष्टदायक साबित हो सकती है। कई बार इस स्थिति के लक्षण ही लोगों को समझ नहीं आते हैं, जिससे स्थिति और भी ज्यादा बिगड़ जाती है। ब्रेन ट्यूमर के इलाज को खोजने से पहले इसके विभिन्न पहलुओं को अवश्य समझना होगा। इसके अतिरिक्त ब्रेन ट्यूमर के इलाज में हमारे विशेषज्ञ आपकी मदद कर सकते हैं। अभी अपना अपॉइंटमेंट तंत्रिका-विज्ञान के साथ बुक करें और इस स्थिति से बाहर निकलें।
मुख्यतः ब्रेन ट्यूमर दो प्रकार के होते हैं - प्राइमरी और मेटास्टेटिक या सेकेंडरी ब्रेन ट्यूमर। प्राथमिक या प्राइमरी ब्रेन ट्यूमर मस्तिष्क के भीतर उत्पन्न होते हैं और इस प्रकार के ट्यूमर में कैंसर नहीं होता है। इसके अतिरिक्त ब्रेन ट्यूमर को अलग-अलग प्रकार में वर्गीकृत किया गया है -
ब्रेन ट्यूमर के लक्षण इसके प्रकार, आकार और स्थान पर निर्भर करते हैं। ब्रेन ट्यूमर के कुछ सामान्य लक्षण इस प्रकार हैं -
यदि आपको इनमें से कोई भी लक्षण दिखाई देते हैं, तो निदान एवं इलाज के लिए डॉक्टर से परामर्श लें। ब्रेन ट्यूमर के जल्द से जल्द निदान और इलाज से स्थिति में सुधार होना संभव है।
ब्रेन ट्यूमर के इलाज का मुख्य लक्ष्य है ट्यूमर को हटाना और उसे वापस आने से रोकना। इसके लिए डॉक्टर स्थिति का आकलन करते हैं और स्थिति के आधार पर उत्तम इलाज के विकल्प का सुझाव देते हैं। निम्नलिखित इलाज के विकल्पों पर डॉक्टर विचार कर सकते हैं -
इसके अतिरिक्त डॉक्टर कुछ दवाओं का सुझाव देते हैं, जिससे सिरदर्द और उल्टी से राहत मिल जाती है। वहीं इलाज के बाद रोगी को कुछ समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है जैसे -
स्ट्रोक के जोखिम को कम करने के लिए स्वस्थ जीवन शैली का पालन करना बहुत ज्यादा जरूरी है। यहां आपको एक बात समझनी होगी कि ब्रेन ट्यूमर की स्थिति का जल्द से जल्द निदान और इलाज बहुत ज्यादा जरूरी है। ब्रेन ट्यूमर की समस्या फिर से उत्पन्न हो सकती है। इस स्थिति में हम आपको एक अनुभवी और श्रेष्ठ स्वास्थ्य विशेषज्ञ से मिलने की सलाह देंगे।
मुख्यतः ब्रेन ट्यूमर के चार स्टेज होते हैं। यदि डॉक्टर ब्रेन ट्यूमर के तीसरे स्टेज का निदान समय रहते कर लेते हैं और उचित इलाज प्रदान करने में सफल होते हैं, तो रोगी को बचाया जा सकता है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि चौथे स्टेज में ट्यूमर जानलेवा साबित हो सकता है।
ब्रेन ट्यूमर के बहुत सारे लक्षणों के बारे में आपको ऊपर ब्लॉग से पता चल गया होगा। लेकिन इस स्थिति के शुरुआती लक्षणों को नीचे बताया गया है -
अमेरिकन एसोसिएशन ऑफ क्लिनिकल ऑन्कोलॉजी के अनुसार 15 वर्ष से कम उम्र के लोगों के लिए 5 साल तक जीवित रहने की दर लगभग 75% है। 15 से 39 वर्ष के लोगों के लिए यह दर लगभग 72% और 40 या उससे अधिक उम्र के लोगों के लिए यह दर लगभग 21% है। समय रहते उत्तम इलाज आपको इस स्थिति से बचा सकता है।
Written and Verified by:
Dr. Kapil Khandelwal is a Senior Consultant in Neurology Dept. at CK Birla Hospital, Jaipur, with over 9 years of experience. He specializes in treating conditions such as stroke, epilepsy, multiple sclerosis, headaches, and Parkinson’s disease.
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