ब्रेस्ट कैंसर - शुरुआती लक्षण और रोकथाम
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ब्रेस्ट कैंसर - शुरुआती लक्षण और रोकथाम

Oncology | by Dr. Subrata Saha on 24/02/2025

Summary

ब्रेस्ट कैंसर वह स्थिति है, जिसमें छाती के आस-पास की मांसपेशियों के ऊतक अनियंत्रित रूप से बढ़ने लग जाते हैं, जिसके कारण ट्यूमर की समस्या उत्पन्न हो जाती है। शुरुआत में इन ऊतकों में कैंसर नहीं होता है, लेकिन समय के साथ इनमें कैंसर पनपने लगता है, जिससे जान को खतरा भी हो सकता है। 

ब्रैस्ट कैंसर या चेस्ट कैंसर दुनिया भर में एक चिंता का विषय बना हुआ है। इस चिंता के विषय से बचने का एकमात्र उपाय जो हमें नजर आता है, वह है इस स्थिति की प्रारंभिक स्थिति में पहचान और रोकथाम। इस ब्लॉग को आप एक कंप्लीट गाइड के रूप में भी देख सकते हैं, जिससे आपको ब्रेस्ट कैंसर पर आवश्यक जानकारी मिल जाएगी। इसकी मदद से आप लक्षणों और कारणों को पहचानने कर तुरंत इलाज प्राप्त कर सकते हैं। ब्रैस्ट कैंसर की स्थिति में लापरवाही आपके लिए बिल्कुल भी सही नहीं है, इसलिए तुरंत सर्वश्रेष्ठ ऑन्कोलॉजिस्ट से परामर्श लें और स्वस्थ रहें।

ब्रेस्ट कैंसर क्या है?

ब्रेस्ट कैंसर वह स्थिति है, जिसमें छाती के आस-पास की मांसपेशियों के ऊतक अनियंत्रित रूप से बढ़ने लग जाते हैं, जिसके कारण ट्यूमर की समस्या उत्पन्न हो जाती है। शुरुआत में इन ऊतकों में कैंसर नहीं होता है, लेकिन समय के साथ इनमें कैंसर पनपने लगता है, जिससे जान को खतरा भी हो सकता है। 

जो कैंसर वाले ऊतक होते हैं, वह अपने आस-पास के ऊतकों को भी प्रभावित कर सकते हैं, जिससे यह शरीर के दूसरे भाग में भी फैल सकता है। कैंसर के शरीर के दूसरे भाग में फैलने का मुख्य कारण मेटास्टेसाइज़ है। चेस्ट कैंसर मुख्य रूप में महिलाओं को प्रभावित करता है, लेकिन पुरुषों में भी यह समस्या देखी गई है। 

चेस्ट कैंसर के लक्षण

ब्रेस्ट कैंसर की स्थिति में लक्षणों को पहचानना बहुत ज्यादा अनिवार्य है। इस स्थिति में कुछ सामान्य लक्षण उत्पन्न हो सकते हैं जैसे कि - 

  • गांठ या सूजन: ब्रेस्ट के अंडर आर्म क्षेत्र में एक कठोर, सूजन और दर्द रहित गांठ दर्शाती है कि कुछ समस्या तो है। यह कैंसर का एक मुख्य लक्षण साबित हो सकता है।
  • त्वचा में परिवर्तन: यदि ब्रेस्ट की त्वचा पर गड्ढे पड़ते हैं या फिर उसमें सिकुड़न या लालिमा देखने को मिलती है या फिर यह त्वचा मोटी होती है, तो यह किसी गंभीर समस्या की तरफ संकेत कर सकता है।
  • निप्पल में परिवर्तन: ब्रेस्ट कैंसर की स्थिति में निप्पल के आकार और रंग में परिवर्तन देखने को मिल सकता है। इस स्थिति में निप्पल के आस-पास दर्द, निप्पल का अंदर की ओर मुड़ना, या असामान्य तरल पदार्थ का निकलना जैसे लक्षण उत्पन्न हो सकते हैं।
  • आकार या आकृति में परिवर्तन: यदि आपको अपने ब्रेस्ट के आकार में कुछ बदलाव देखने को मिलता है, तो यह एक गंभीर समस्या की तरफ संकेत कर सकता है। 

यह कुछ सामान्य लक्षण हैं, लेकिन इसके अतिरिक्त कुछ टिप्स भी हैं, जो बताते हैं कि स्तन कैंसर के गांठ की पहचान कैसे करें।

  • स्वयं से जांच: आप ही एकमात्र व्यक्ति है, जो अपने शरीर को किसी से भी बेहतर तरीके से जानती हैं। आप खुद से ही महसूस कर सकती हैं कि आपके स्तन में क्या दिक्कत आ रही है। यदि आपके ब्रेस्ट का आकार, आकृति या रंग में बदलाव दिखता है, तो तुरंत डॉक्टर से मिलें। 
  • शारीरिक समस्या: यदि आपको सोते हुए, या कोई कार्य करते समय कुछ असुविधा हो, या फिर अपने अंडरआर्म्स पर सूजन या गांठ महसूस हो तो तुरंत डॉक्टर से बात करें। 
  • डिस्चार्ज की जांच करें: यदि आपके निप्पल से किसी भी प्रकार का असमान्य डिस्चार्ज होता है, तो तुरंत जांच कराएं। 

इन बातों का पालन करने से आप ब्रेस्ट कैंसर की पहचान प्रारंभिक चरणों में ही कर सकते हैं और तभी उत्तम इलाज भी आप आसानी से प्राप्त कर सकते हैं। इलाज में कैंसर स्पेशलिस्ट आपकी मदद कर सकते हैं। इसलिए लक्षणों के दिखने पर तुरंत इलाज और जांच की तरफ आगे जाएं।

स्तन कैंसर क्यों होता है?

स्तन कैंसर के पीछे का कारण अभी भी अज्ञात है, हालांकि कुछ और जोखिम कारक है, जो स्तन कैंसर के लिए जिम्मेदार हो सकते हैं - 

  • आयु: उम्र बढ़ने के साथ-साथ यह ब्रेस्ट कैंसर के जोखिम को भी बढ़ाता है। 
  • फैमिली हिस्ट्री: यह एक जेनेटिक रोग है। यदि आपके घर-परिवार में किसी को भी ब्रेस्ट कैंसर की शिकायत रही है, तो आप भी इस रोग के खतरे के दायरे में आते हैं। 
  • हार्मोनल कारक: शरीर में एस्ट्रोजन का स्तर अधिक होने पर पीरियड साइकिल में देरी आती है। इसके कारण भी स्तन कैंसर की समस्या उत्पन्न हो सकती है।
  • जीवनशैली विकल्प: अधिक शराब का सेवन, मोटापा और शारीरिक गतिविधि की कमी ब्रेस्ट कैंसर के जोखिम को बढ़ा सकती है।
  • रेडिएशन एक्सपोजर: यदि आपने छाती वाले क्षेत्र पर कभी रेडिएशन थेरेपी कराई है, तो भी आप ब्रेस्ट कैंसर के दायरे में आते हैं। 

यह सारे जोखिम कारक गारंटी नहीं देते हैं कि इसी कारण ब्रेस्ट कैंसर की समस्या हुई है। इसलिए लक्षणों के प्रति जागरूकता आपकी सेहत को दुरुस्त रखने में मदद कर सकता है।

ब्रेस्ट कैंसर का उपचार

ब्रेस्ट कैंसर के इलाज के बहुत सारे विकल्प मौजूद हैं, लेकिन किस इलाज के विकल्प से आपको लाभ मिलेगा इसका निर्णय डॉक्टर व्यक्ति के स्वास्थ्य, और कैंसर के स्टेज के आधार पर ही लेते हैं। इलाज के लिए निम्न विकल्प मैजूद हैं - 

  • सर्जरी: सर्जरी में ट्यूमर या पूरे स्तन को हटाना पड़ सकता है। मास्टेक्टॉमी (ब्रेस्ट रिमूवल सर्जरी) वह सर्जरी है, जिसमें स्तन को ही हटा दिया जाता है। 
  • रेडिएशन थेरेपी: इस रेडिएशन थेरेपी से कैंसर की कोशिकाओं को मारने का प्रयास किया जाता है। 
  • कीमोथेरेपी: कीमो भी कई प्रकार के होते हैं। कीमो दवा की मदद से पूरे शरीर में कैंसर कोशिकाओं को ही नष्ट कर दिया जाता है, लेकिन यह फिर से उत्पन्न हो सकते हैं, इसलिए इसके बाद भी नियमित जांच कराएं।
  • हार्मोन थेरेपी: हार्मोन रिसेप्टर-पॉजिटिव कैंसर के उपचार के लिए शरीर के प्राकृतिक हार्मोन को ब्लॉक कर देते हैं, जिससे कैंसर की कोशिकाओं का निर्माण बंद हो जाता है।
  • टार्गेटेड थेरेपी: दवाएं कैंसर की कोशिकाओं की विशिष्ट विशेषताओं को लक्षित करती हैं, जैसे कि प्रोटीन, जो कैंसर कोशिकाओं को तेजी से और असामान्य तरीके से बढ़ने देता है।

निष्कर्ष

अंत में, ब्रेस्ट कैंसर के बारे में जानकारी रखना, इसके लक्षणों को पहचानना, जोखिम कारकों को समझना और नियमित जांच कराना सभी महिलाओं के लिए आवश्यक होता है। सभी को समझना होगा कि शुरुआती पहचान और रोकथाम से ब्रेस्ट कैंसर से आसानी से बचा जा सकता है। शरीर में किसी भी तरह के बदलाव की स्थिति में तुरंत डॉक्टर से मिलें और अपनी जांच कराएं। 

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

 

घर पर स्तन कैंसर की जांच कैसे करें?

सबसे पहले आपको समझना होगा कि घर पर स्तन कैंसर की जांच नहीं हो सकती है। ऊपर आपको कुछ टिप्स दिए गए हैं, जिससे आप घर पर स्तन कैंसर की जांच कर सकते हैं। इससे आपको अंदाजा लग सकता है, लेकिन फिर भी जांच आवश्यक है। 

स्तन कैंसर के दौरान क्या खाएं?

संतुलित आहार उपचार और रिकवरी में सहायता कर सकते हैं - 

  • फल और सब्जियां खाएं क्योंकि यह एंटीऑक्सीडेंट और फाइबर से भरपूर होता है।
  • लीन प्रोटीन जैसे चिकन, मछली, बीन्स और फलियों का सेवन करें।
  • होल ग्रेन्स जैसे कि ब्राउन राइस, गेहूं और जई की रोटी आपके लिए फायदेमंद है।
  • स्वस्थ वसा जैसे कि जैतून का तेल, एवोकाडो और नट्स का उपयोग करें।
  • प्रोसेस्ड फूड, रेड मीट और हाई शुगर ड्रिंक को सीमित करें

स्तन कैंसर कितनी तेजी से फैलता है?

स्तन कैंसर एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में नहीं फैलता है। लेकिन यदि कोई महिला ब्रेस्ट कैंसर के शुरुआती चरण में है, तो तुरंत इसका इलाज कराएं, क्योंकि उस दौरान कैंसर प्रभावित भाग के आस-पास नहीं फैलता है।

क्या स्टेज 3 ब्रेस्ट कैंसर जानलेवा है?

हालांकि स्तन कैंसर जानलेवा हो सकता है, लेकिन समय रहते पता लगाने और इलाज मिलने से स्थिति में सुधार संभव है। स्टेज 3 ब्रेस्ट कैंसर बहुत जानलेवा है। इसलिए लक्षणों पर ध्यान दें और इलाज लें। 

Written and Verified by:

Dr. Subrata Saha

Dr. Subrata Saha

Consultant - Oncologist Exp: 41 Yr

Clinical Oncology

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