ब्रेस्ट कैंसर वह स्थिति है, जिसमें छाती के आस-पास की मांसपेशियों के ऊतक अनियंत्रित रूप से बढ़ने लग जाते हैं, जिसके कारण ट्यूमर की समस्या उत्पन्न हो जाती है। शुरुआत में इन ऊतकों में कैंसर नहीं होता है, लेकिन समय के साथ इनमें कैंसर पनपने लगता है, जिससे जान को खतरा भी हो सकता है।
ब्रैस्ट कैंसर या चेस्ट कैंसर दुनिया भर में एक चिंता का विषय बना हुआ है। इस चिंता के विषय से बचने का एकमात्र उपाय जो हमें नजर आता है, वह है इस स्थिति की प्रारंभिक स्थिति में पहचान और रोकथाम। इस ब्लॉग को आप एक कंप्लीट गाइड के रूप में भी देख सकते हैं, जिससे आपको ब्रेस्ट कैंसर पर आवश्यक जानकारी मिल जाएगी। इसकी मदद से आप लक्षणों और कारणों को पहचानने कर तुरंत इलाज प्राप्त कर सकते हैं। ब्रैस्ट कैंसर की स्थिति में लापरवाही आपके लिए बिल्कुल भी सही नहीं है, इसलिए तुरंत सर्वश्रेष्ठ ऑन्कोलॉजिस्ट से परामर्श लें और स्वस्थ रहें।
ब्रेस्ट कैंसर वह स्थिति है, जिसमें छाती के आस-पास की मांसपेशियों के ऊतक अनियंत्रित रूप से बढ़ने लग जाते हैं, जिसके कारण ट्यूमर की समस्या उत्पन्न हो जाती है। शुरुआत में इन ऊतकों में कैंसर नहीं होता है, लेकिन समय के साथ इनमें कैंसर पनपने लगता है, जिससे जान को खतरा भी हो सकता है।
जो कैंसर वाले ऊतक होते हैं, वह अपने आस-पास के ऊतकों को भी प्रभावित कर सकते हैं, जिससे यह शरीर के दूसरे भाग में भी फैल सकता है। कैंसर के शरीर के दूसरे भाग में फैलने का मुख्य कारण मेटास्टेसाइज़ है। चेस्ट कैंसर मुख्य रूप में महिलाओं को प्रभावित करता है, लेकिन पुरुषों में भी यह समस्या देखी गई है।
ब्रेस्ट कैंसर की स्थिति में लक्षणों को पहचानना बहुत ज्यादा अनिवार्य है। इस स्थिति में कुछ सामान्य लक्षण उत्पन्न हो सकते हैं जैसे कि -
यह कुछ सामान्य लक्षण हैं, लेकिन इसके अतिरिक्त कुछ टिप्स भी हैं, जो बताते हैं कि स्तन कैंसर के गांठ की पहचान कैसे करें।
इन बातों का पालन करने से आप ब्रेस्ट कैंसर की पहचान प्रारंभिक चरणों में ही कर सकते हैं और तभी उत्तम इलाज भी आप आसानी से प्राप्त कर सकते हैं। इलाज में कैंसर स्पेशलिस्ट आपकी मदद कर सकते हैं। इसलिए लक्षणों के दिखने पर तुरंत इलाज और जांच की तरफ आगे जाएं।
स्तन कैंसर के पीछे का कारण अभी भी अज्ञात है, हालांकि कुछ और जोखिम कारक है, जो स्तन कैंसर के लिए जिम्मेदार हो सकते हैं -
यह सारे जोखिम कारक गारंटी नहीं देते हैं कि इसी कारण ब्रेस्ट कैंसर की समस्या हुई है। इसलिए लक्षणों के प्रति जागरूकता आपकी सेहत को दुरुस्त रखने में मदद कर सकता है।
ब्रेस्ट कैंसर के इलाज के बहुत सारे विकल्प मौजूद हैं, लेकिन किस इलाज के विकल्प से आपको लाभ मिलेगा इसका निर्णय डॉक्टर व्यक्ति के स्वास्थ्य, और कैंसर के स्टेज के आधार पर ही लेते हैं। इलाज के लिए निम्न विकल्प मैजूद हैं -
अंत में, ब्रेस्ट कैंसर के बारे में जानकारी रखना, इसके लक्षणों को पहचानना, जोखिम कारकों को समझना और नियमित जांच कराना सभी महिलाओं के लिए आवश्यक होता है। सभी को समझना होगा कि शुरुआती पहचान और रोकथाम से ब्रेस्ट कैंसर से आसानी से बचा जा सकता है। शरीर में किसी भी तरह के बदलाव की स्थिति में तुरंत डॉक्टर से मिलें और अपनी जांच कराएं।
सबसे पहले आपको समझना होगा कि घर पर स्तन कैंसर की जांच नहीं हो सकती है। ऊपर आपको कुछ टिप्स दिए गए हैं, जिससे आप घर पर स्तन कैंसर की जांच कर सकते हैं। इससे आपको अंदाजा लग सकता है, लेकिन फिर भी जांच आवश्यक है।
संतुलित आहार उपचार और रिकवरी में सहायता कर सकते हैं -
स्तन कैंसर एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में नहीं फैलता है। लेकिन यदि कोई महिला ब्रेस्ट कैंसर के शुरुआती चरण में है, तो तुरंत इसका इलाज कराएं, क्योंकि उस दौरान कैंसर प्रभावित भाग के आस-पास नहीं फैलता है।
हालांकि स्तन कैंसर जानलेवा हो सकता है, लेकिन समय रहते पता लगाने और इलाज मिलने से स्थिति में सुधार संभव है। स्टेज 3 ब्रेस्ट कैंसर बहुत जानलेवा है। इसलिए लक्षणों पर ध्यान दें और इलाज लें।
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Dr. Subrata Saha is a Consultant Oncologist in Clinical Oncology at CMRI, Kolkata with over 41 years of experience. He specializes in comprehensive cancer care, combining medical oncology and advanced fellowship training to manage and treat a wide range of malignancies.
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