Oncology | by CMRI | Published on 01/10/2024
त्वचा कैंसर या स्किन कैंसर सबसे आम प्रकार का कैंसर है, और यह तब होता है, जब त्वचा की कोशिकाएं सूर्य से निकलने वाली अल्ट्रावायलेट रेज (UV) के अत्यधिक संपर्क में आ जाए। त्वचा कैंसर एक गंभीर समस्या भी है, जिसको पहचान कर तुरंत इलाज प्राप्त करना बहुत ज्यादा अनिवार्य होता है। इस ब्लॉग में हम त्वचा के कैंसर के लक्षणों के साथ इसे रोकने के आसान तरीकों के बारे में भी बताएंगे। त्वचा के कैंसर का इलाज आप हमारे अनुभवी एवं सर्वश्रेष्ठ ऑन्कोलॉजिस्ट से भी ले सकते हैं।
अलग-अलग प्रकार के त्वचा के कैंसर एक व्यक्ति को परेशान कर सकते हैं, जिनको समझना बहुत ज्यादा अनिवार्य है जैसे कि -
त्वचा कैंसर कई रूपों में हो सकता है, जो इसके प्रकार पर निर्भर करता है। बेसल सेल कार्सिनोमा में मोती या मोमी उभार, या भूरे रंग के निशान देखने को मिलता है। स्क्वैमस सेल कार्सिनोमा में लाल, पपड़ीदार पैच या घाव दिखाई देते हैं, जो कभी-कभी अपने आप ठीक हो जाते हैं और फिर वापस आपको परेशान कर सकते हैं।
वहीं दूसरी तरफ मेलेनोमा आमतौर पर एक बड़े, काले धब्बे या तिल के रूप में दिखाई देता है, जो रंग, आकार या आकृति में बदल सकता है। कोई भी घाव जो खुजली जैसा महसूस होता है, खून बहता है, या ठीक नहीं होता है, एक चिंता का विषय है। त्वचा पर किसी भी प्रकार का बदलाव होने पर डॉक्टर से जांच बहुत ज्यादा ज़रूरी है।
त्वचा कैंसर के शुरुआती लक्षणों को पहचानना बहुत आसान है। त्वचा से संबंधित कैंसर के निम्न 7 लक्षणों पर आपका ध्यान होना चाहिए -
यदि आपको इनमें से कोई भी लक्षण दिखाई देते हैं, खासकर यदि वह लगातार बनने रहे या धीरे-धीरे बिगड़ जाए, तो तुरंत एक अनुभवी त्वचा विशेषज्ञ से परामर्श लें। त्वचा के कैंसर के सफल इलाज के लिए समय रहते इसका पता लगाना बहुत ज्यादा ज़रूरी है।
त्वचा कैंसर से बचाव संभव है, लेकिन कुछ जोखिम कारकों को आप नियंत्रित नहीं कर सकते हैं, जैसे कि जेनेटिक कारण। त्वचा कैंसर के विकास की संभावनाओं को कम करने के लिए आप कई उपायों का पालन कर सकते हैं -
त्वचा कैंसर का उपचार कैंसर के प्रकार, स्थान और चरण के आधार पर भिन्न होता है। इलाज के लिए निम्न विकल्पों का उपयोग किया जा सकता है -
त्वचा के कैंसर के अंतिम चरण (चरण 4) में जब कैंसर अन्य अंगों में फैलने लग जाता है, तो इलाज में कीमोथेरेपी, रेडिएशन थेरेपी या अन्य आधुनिक इलाज के संयोजन की आवश्यकता पड़ती है।
त्वचा कैंसर को रोका जा सकता है और, ज्यादातर मामलों में, समय रहते पता लगने पर इसका सुरक्षित इलाज भी किया जा सकता है। त्वचा कैंसर के लक्षणों को समझना और निवारक उपायों को करना इसके जोखिम और जटिलताओं के उत्पन्न होने की संभावना को काफ़ी हद तक कम कर सकता है। नियमित रूप से त्वचा की जांच, धूप से बचाव और समय रहते चिकित्सा हस्तक्षेप सुरक्षित और स्वस्थ रहने के लिए महत्वपूर्ण है।
सूर्य या अन्य स्रोतों से आने वाले पराबैंगनी या अल्ट्रावायलेट (UV) किरणों से त्वचा का कैंसर हो सकता है।
त्वचा के कैंसर का मुख्य कारण सूर्य या टैनिंग बेड से आने वाली UV किरणों के लंबे समय तक संपर्क में रहना है। आनुवंशिकी और कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली भी इस रोग के जोखिम को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
शायद ही कभी यह स्थिति जानलेवा होती है। यदि समय रहते पता चल जाए, तो त्वचा के कैंसर का इलाज संभव है। हालांकि, यदि कैंसर का इलाज न किया जाए, तो यह शरीर के अन्य भागों में भी फैल सकता है, जिससे यह और भी खतरनाक हो जाता है।