Enquire now
Enquire NowCall Back Whatsapp Lab report/login
पुरुषों और महिलाओं में कैंसर के 10 सामान्य संकेत और लक्षण

Home > Blogs > पुरुषों और महिलाओं में कैंसर के 10 सामान्य संकेत और लक्षण

पुरुषों और महिलाओं में कैंसर के 10 सामान्य संकेत और लक्षण

Oncology | by CMRI | Published on 08/12/2023



कैंसर के कारण एक व्यक्ति शारीरिक और मानसिक रूप से प्रभावित होता है। “कैंसर” शब्द के आते ही लोगों के मन में चिंता का सैलाब आने लगता है। इस स्थिति में कैंसर के लक्षणों की पहचान अनिवार्य हो जाती है। कैंसर एक घातक रोग है, जो शरीर के किसी अंग या फिर कोशिकाओं को प्रभावित करता है। कैंसर के लक्षणों के साथ, स्टेज, गंभीरता, और उपायों के बारे में ज़रूर पता होना चाहिए। 

चलिए इस ब्लॉग के माध्यम से पुरुषों और महिलाओं में कैंसर के कुछ सामान्य लक्षणों के बारे में जानते हैं। आपके शरीर में इन लक्षणों की उपस्थिति कैंसर का संकेत देती है। यदि आपको भी कैंसर के लक्षण महसूस होते हैं, तो हम आपको सलाह देंगे कि आप हमारे कैंसर विशेषज्ञों से संपर्क करें। 

कैंसर के सामान्य लक्षण -

कैंसर के लक्षण कैंसर के प्रकार पर निर्भर करते हैं। लेकिन कुछ लक्षण है जो हर प्रकार के कैंसर में रोगी को महसूस हो सकते हैं। महिलाओं में कैंसर के लक्षण और पुरुषों में कैंसर के लक्षण लगभग एक समान ही होते हैं। हालांकि कुछ लक्षण है, जो दोनों में अलग-अलग होते हैं, जिनके बारे में हम आपको बताने वाले हैं। पुरुषों और महिलाओं में कैंसर के 10 सामान्य लक्षण इस प्रकार है - 

  1. अचानक वजन कम होना: अचानक वजन कम होना कैंसर का एक मुख्य लक्षण है। सामान्यतः कैंसर शरीर के स्वस्थ कोशिकाओं को प्रभावित करता है और इसके कारण व्यक्ति का वजन अचानक कम हो जाता है। थायराइड के कारण भी व्यक्ति का वजन कम हो जाता है। 
  2. अत्यधिक थकान: बिना कारण के थकान भी कैंसर का एक सामान्य लक्षण है। कैंसर शरीर में ऊर्जा को उत्पन्न करने वाले कोशिकाओं को खत्म कर देते हैं, जिससे आप अत्यधिक थकान का अनुभव कर सकते है। 
  3. अत्यधिक रक्त हानि: अत्यधिक या असामान्य रक्त हानि भी कैंसर का एक मुख्य संकेत है। कुछ लोगों के पेशाब में रक्त की मात्रा अधिक होती है, जो प्रोस्टेट कैंसर या मूत्राशय कैंसर का लक्षण है। यदि पेट में कैंसर है, तो भी व्यक्ति को रक्त हानि की समस्या हो सकती है। कई बार शरीर के अंदर ही रक्त हानि की समस्या होती है, जिसका पता लगाना थोड़ा मुश्किल होता है। 
  4. लगातार खांसी या गले में खराश: लगातार खांसी या गले में खराश, खासकर अगर यह दो सप्ताह से अधिक समय तक रहती है, तो यह एक गंभीर समस्या की तरफ इशारा करती है। इसके कारण फेफड़े, गले या अन्य अंदरूनी अंग का कैंसर हो सकता है। 
  5. पेट में दर्द या सूजन: पेट में दर्द या सूजन कैंसर के सामान्य लक्षण हैं। पेट में दर्द या सूजन के पीछे का कारण अज्ञात हो तो यह पेट, अग्न्याशय या अन्य अंगों में कैंसर का संकेत करता है। 
  6. गले में गांठ: गले में गांठ का संबंध कई दूसरी स्वास्थ्य समस्याओं से भी है। यदि इसके कारण दर्द होता है तो यह कैंसर की तरफ संकेत करता है। गले में दर्दनाक गांठ थायराइड, लिम्फ नोड्स या अन्य अंगों में कैंसर का लक्षण हो सकता है। 
  7. मूत्र या मल में परिवर्तन: मल-मूत्र का त्याग बहुत ज्यादा महत्वपूर्ण है। यदि इस प्रक्रिया में कुछ भी परिवर्तन होता है जैसे मूत्र या मल में रक्त, तो यह कैंसर के लक्षण हो सकते हैं। यह मूत्राशय, गुर्दे, कोलन या अन्य अंगों के कैंसर का संकेत देता है। 
  8. त्वचा में परिवर्तन: स्किन कैंसर के मामले में त्वचा में बदलाव होता है। कई बार किसी एलर्जी या फिर किसी अन्य समस्या के कारण त्वचा में परिवर्तन हो सकता है। कैंसर के कारण रोगी को तिल या मस्सों में बदलाव का अनुभव हो सकता है। त्वचा में लालिमा, हाइपरपिग्मेंटेशन, या काले धब्बे, बालों का तेजी से बढ़ना, पीली आँखें और त्वचा या पीलिया कैंसर के लक्षण हो सकते हैं।
  9. स्पष्ट दर्द: बिना किसी कारण लगातार पीठ और पैरों में दर्द होना कैंसर का संकेत हो सकता है। यह हड्डियों, जोड़ों या अन्य अंगों में कैंसर का कारण हो सकता है।
  10. मुंह में परिवर्तन: यदि आप तंबाकू का सेवन निरंतरता के साथ करते हैं या धूम्रपान करते हैं, तो आपको मुंह का कैंसर (Mouth Cancer) हो सकता है। यदि आप भी उनमें से एक है, तो आपको अपने मुंह में होने वाले बदलावों के बारे ज़रूर पता होना चाहिए। जीभ या मुंह पर सफेद धब्बे दिखे तो यह कैंसर का संकेत हो सकता है। मुंह के आस-पास के क्षेत्र पर सूजन, अप्रत्याशित रक्त हानि, कुछ ऐसे संकेत है, जो कैंसर के लक्षण के तौर पर देखे जा सकते हैं। इस स्थिति में आपको मुंह के कैंसर के लक्षण और उपाय के बारे में विचार करना चाहिए। 

महिलाओं में कैंसर के लक्षण

सामान्यतः पुरुषों में कैंसर के लक्षण महिलाओं के लक्षण समान ही होते हैं। लेकिन कुछ ऐसे संकेत है, जो महिलाओं को प्रभावित करते हैं जैसे - 

  • निप्पल से रंगहीन तरल पदार्थ या रक्त का बहना: रंगहीन तरल पदार्थ का निकलना एक आम समस्या है, जो हार्मोन से संबंधित असंतुलन के कारण होता है। लेकिन यदि उस तरल पदार्थ में रक्त हो या फिर उससे बदबू आए तो इस संबंध में तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए क्योंकि यह कैंसर जैसे गंभीर रोग का लक्षण हो सकता है। 
  • स्तन में गांठ: स्तन में गांठ ब्रेस्ट कैंसर का संकेत होता है। यदि आपको लगे कि स्तन में गांठ का निर्माण हो रहा है, तो तुरंत कैंसर रोग विशेषज्ञ से मिलें।

पुरुषों में कैंसर के लक्षण

  • फेफड़ों का कैंसर (लंग कैंसर): कई रिसर्च में सामने आया है कि धूम्रपान करने वालों में पुरुषों की संख्या अधिक है। यही कारण है कि लंग कैंसर पुरुषों में बहुत ज्यादा आम है। लंबे समय तक खांसी आना लंग कैंसर का लक्षण होता है। 
  • प्रोस्टेट कैंसर: पुरुषों में प्रोस्टेट ग्लैंड होता है और इसका कार्य मूत्र और वीर्य को नियंत्रित करना है। मूत्र के दौरान दर्द, तेज चुभन, यूरीन या स्पर्म में ब्लड आना, इरेक्शन में समस्या, इत्यादि कुछ ऐसे कैंसर के लक्षण है, जो प्रोस्टेट कैंसर का संकेत देते हैं। 

यदि आपको लगता है कि आपके द्वारा भी ऊपर बताए गए लक्षण महसूस किए जा रहे हैं, तो तुरंत हमारे कैंसर रोग विशेषज्ञ से संपर्क करें। हमारे विशेषज्ञ आपके द्वारा महसूस किए जा रहे लक्षणों और कुछ परीक्षण के द्वारा कैंसर की पुष्टि कर सकते हैं।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

 

कैसे सुनिश्चित करें कि यह कैंसर के लक्षण है?

यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि कैंसर के कुछ लक्षण दूसरे स्वास्थ्य समस्याओं में भी उत्पन्न होते हैं। हालांकि, यदि आपको कैंसर के कोई भी लक्षण दिखते हैं, तो डॉक्टर से तुरंत मिलें। उचित निदान और समय पर इलाज बहुत ज्यादा अनिवार्य है। 

कैंसर के लक्षण दिखने पर मुझे क्या करना चाहिए?

यदि आपको कैंसर के लक्षण महसूस होते हैं तो तुरंत अपने डॉक्टर से मिलें या फिर आप हमारे कैंसर रोग विशेषज्ञ से भी मिल सकते हैं। ब्लड टेस्ट, इमेजिंग टेस्ट या बायोप्सी की सहायता से डॉक्टर कैंसर की पुष्टि कर सकते हैं। 

कैंसर को कैसे रोका जा सकता है?

ऐसी कई चीजें हैं जिससे कैंसर को रोकने में मदद मिल सकती है जैसे - 

  • धूम्रपान छोड़ दें
  • स्वस्थ आहार लें
  • नियमित रूप से व्यायाम करें
  • स्वस्थ वजन बनाए रखें
  • एचपीवी और हेपेटाइटिस बी के खिलाफ टीका लगवाएं
  • कैंसर की नियमित जांच करवाएं